देवरिया में उग्र हुई भीड़, पुलिस ने भांजी लाठियां, युवक घायल

देवरिया। देवरिया में जमीनी विवाद में छह हत्याओं के बाद भी अमन नहीं लौट पा रहा। सोमवार को आरोपी प्रेमचंद यादव के घर की पैमाइश करने गई राजस्व विभाग की टीम की भीड़ से तीखी झड़प हो गई। माहौल बिगड़ा तो पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं। फिलहाल गांव के चारों ओर पुलिस का घेरा है और किसी को भी अंदर या बाहर जाने नहीं दिया जा रहा है। पीएसी भी गांव में कैंप किए हुए है।

टीम सोमवार को फतेहपुर गांव में प्रेमचंद यादव के घर की दोबारा पैमाइश करने गई। चूंकि माहौल पहले से तनावपूर्ण है, ऐसे में गांव के तमाम लोग पहुंचे और इस पैमाइश की वजह पूछने के साथ ही विरोध जताया। मामले की जानकारी पर आसपास के थानों की पुलिस का गांव में कुछ देर बाद ही मूवमेंट हो गया। पुलिस बल पर्याप्त हुआ तो भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया गया। धक्का-मुक्की के बीच लाठी भी फटकारी गई। बताया जाता है कि लाठी लगने से एक युवक के पैर में चोट आई है। इसके बाद प्रशासन ने पूरे गांव की सीमाएं सील कर दीं। मुख्यमार्गों पर पुलिस का पहरा है, भीतर जाने वाले हर शख्स से पूछताछ की जा रही है। ठोस वजह न होने पर उसे वापस लौटा दिया जा रहा है। जबकि कई लोगों को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया है। सपा नेता भी प्रेम यादव के परिजनों को सांत्वना देने वहां पहुंचे लेकिन पुलिस ने उन्हें भी लौटा दिया।

 

 

ध्वस्त होगा अवैध निर्माण
मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय ने बताया कि फतेहपुर गांव के अभयपुर टोला में जमीनों की पैमाइश हो रही है। घर की पैमाइश पहले से हो चुकी है। ऐसे में बार-बार पैमाइश का कोई औचित्य नहीं बनता। घर की पैमाइश की अफवाह पर गांव वाले एकत्र हुए थे लेकिन अब शांति बनी हुई है। प्रेम यादव ने जो अवैध कब्जे किए हैं। तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के बाद वहां के निर्माण ढहाए जाएंगे।

इसलिए उग्र होकर पहुंची भीड़
गांव का माहौल पूरी तरह शांत था लेकिन पहले पुलिस प्रेम यादव की बेटी पत्नी को ले गई। जबकि बाद में वहां पैमाइश की सूचना मिली। गांव वालों को लगा कि प्रेम यादव का घर गिराने की तैयारी है। इसी कारण भीड़ वहां जा पहुंची थी। कुछ नेता भी वहां धरना देकर बैठ गए लेकिन पुलिस ने सख्ती की तो सभी वहां से सरक लिए। बता दें कि देवरिया में 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या हुई थी। प्रेमचंद्र यादव की हत्या के बाद गुस्साए परिवार, रिश्तेदार और समर्थकों ने सत्य प्रकाश दुबे के घर में घुसकर 5 लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें सत्य प्रकाश, उनकी पत्नी, दो बेटियां और बेटा था।

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