श्रीनगर। केंद्र सरकार ने गुरुवार को जेल में बंद अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह की जम्मू-कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी (JKDF) को “एंटी इंडिया” और “पाकिस्तान समर्थक” गतिविधियों के मद्देनजर पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
गृह मंत्रालय ने अधिसूचना में कहा गया है, “जेकेडीएफपी के सदस्य जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों में सबसे आगे रहे हैं और एक अलग इस्लामिक राज्य बनाना चाहते हैं। जेकेडीएफपी के सदस्यों के नेता आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर निरंतर पथराव सहित गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान और उसके प्रॉक्सी संगठनों सहित विभिन्न स्रोतों के माध्यम से धन जुटाने में शामिल रहे हैं।” मंत्रालाय की तरफ से कहा गया कि जेकेडीएफपी और उसके सदस्य अपनी गतिविधियों से देश की संवैधानिक सत्ता और संवैधानिक व्यवस्था के प्रति सरासर अनादर दिखाते हैं। मंत्रालय ने कहा, शाह गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त रहे है, जो देश की अखंडता, संप्रभुता, सुरक्षा और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए हानिकारक हैं और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ जेकेडीएफपी के संबंध दिखाने वाले कई इनपुट हैं।
मंत्रालय ने कहा, “इसलिए, संगठन के खिलाफ तत्काल और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। केंद्र सरकार की राय है कि यदि जम्मू-कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी की गैरकानूनी गतिविधियों पर तत्काल अंकुश या नियंत्रण नहीं किया गया, तो वह इस अवसर का उपयोग राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के लिए करेगी।” मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने माना कि पार्टी की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए इसे तत्काल प्रभाव से ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित करना आवश्यक है। शाह को पहली बार 2005 के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 25 जुलाई, 2017 को ईडी ने गिरफ्तार किया था। एनआईए ने आतंकी फंडिंग मामले में शाह का नाम भी लिया है। वह फिलहाल दिल्ली की जेल में बंद है।
बता दें जम्मू-कश्मीर के प्रमुख अलगाववादी नेता शाह ने 1998 में इसकी स्थापना की थी । शाह की पार्टी जेकेडीएफपी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस की एक घटक थी। शाह फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है। शाह को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2005 के धन शोधन मामले में 25 जुलाई 2017 को गिरफ्तार किया था। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) शाह के खिलाफ आतंकवाद वित्त पोषण मामले में आरोप पत्र दायर किया है।
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