दिल्ली में आतंकियों के छिपने का इनपुट, एनआईए ने शुरू किया सर्च आपरेशन

दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आईएसआईएस आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला है। इस इनपुट पर एनआईए (राश्ट्रीय जांच एजेंसी) ने वहां पहुंचकर छापामारी शुरू कर दी। ये आतंकी तीन-तीन लाख के इनामी बताए जा रहे हैं। इनका दिल्ली आने का मकसद क्या है, यह इनकी धरपकड़ के बाद ही स्पश्ट होगा। फिलहाल एजेंसी के अफसर इस मामले में खामोशी साधे हुए हैं।

तीनो आतंकी एनआईए से वांटेड हैं और इनके सिर पर 3 लाख का इनाम है। इन आतंकियों का नाम मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला, रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्लाह फयाज शेख हैं। इस सिलसिले में एनआईए की टीम कई राज्यों में छापेमारी कर चुकी है। इन तीनों फरार आतंकियों का दिल्ली कनेक्शन सामने आने के बाद दिल्ली में इनकी तलाश जारी है। दिल्ली में पुणे पुलिस और एनआईए की टीम सेंट्रल दिल्ली इलाके में रेड कर चुकी है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। अब खुफिया एजेंसियां इन तीनों की तलाश में जुटी हैं।

पुलिस गिरफ्त से फरार हो गया था आतंकी
शाहनवाज को पुणे पुलिस ने 17-18 जुलाई की देर रात को उस समय पकड़ा था जब वह पुणे के कोथरुड इलाके में एक मोटरसाइकिल चोरी करने की कोशिश कर रहा था। जब उसे आगे की पूछताछ के लिए अपने ठिकाने पर ले जाया जा रहा था तो वह हिरासत से भाग गया। बाद में पुलिस ने पुणे में शाहनवाज के दो सहयोगियों इमरान और यूनुस को पकड़ लिया था और पूछताछ में शक हुआ कि ये लोग आईएस-प्रेरित मॉड्यूल का हिस्सा हैं। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, इसके बाद एनआईए ने तलाशी ली, जिसके दौरान एजेंसी ने कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की, जो युवाओं को प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएस से जोड़ रही थी और देश में शांति को बाधित करने की साजिश रच रही थी।

लगातार चल रही छापामारी
एनआईए पिछले कुछ दिन से लगातार आतंकियों की तलाश में जुटी हुई है। खालिस्तानी आतंकियों की धरपकड़ के लिए टीम ने बड़े स्तर पर अभियान चलाते हुए यूपी समेत एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड व पंजाब के 60 से अधिक स्थानों पर छापामारी की थी।

हथियारों की रोकी जा रही सप्लाई
इस छापामारी से एनआईए उन हथियारों की सप्लाई रोकने की कोशिश में है, जो सरहद पार से यहां पहुंचते हैं। वहीं गैर देशों में बैठे ड्रग्स सप्लायरों की भी इस छापामारी से कमर टूट गई है। क्योंकि आतंकी भले ही हाथ नहीं लगे लेकिन आपरेशन के दौरान जो भी इन धंधों में लिप्त हैं वो छिपकर बैठ गए हैं।

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