उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुए मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कांड के शहर के महाकाल थाने के इंस्पेक्टर ने पीड़ित बच्ची को गोद लेकर उसकी पढ़ाई-लिखाई का खर्च उठाने की बात कही है।
इंस्पेक्टर अजय वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने लड़की के इलाज, शिक्षा और शादी में मदद करने की जिम्मेदारी ली है… इस संकल्प में कई लोग मेरा समर्थन करने के लिए आगे आए हैं… मुझे विश्वास है कि सभी जिम्मेदारियां अच्छे तरीके से पूरी की जाएंगी। पहले भी ऐसा किया है। मैं हमेशा समाज को कुछ वापस देने की कोशिश करता हूं।” अजय वर्मा ने कहा कि, पीड़ित बच्ची के कराहने की आवाज ने मुझे झकझोर कर रख दिया था। मैंने उसी वक्त ठान लिया था कि मैं इस बच्ची की जिम्मेदारी लूंगा। बच्ची को मैंने पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया है। एमपी पुलिस अधिकारी अजय वर्मा नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार मामले की जांच का हिस्सा भी हैं। अजय वर्मा ने आगे कहा कि, ‘अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद, मैं उसे आगे के इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में भी भर्ती करूंगा। मैं उसकी शिक्षा और शादी की भी जिम्मेदारी लूंगा।’
यूपी की नहीं, सतना की है मासूम
मध्य प्रदेश के उज्जैन में दरिंदगी की शिकार हुई 12 साल की बच्ची उत्तर प्रदेश की नहीं है, जैसा कि पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद बताया था। बच्ची मध्य प्रदेश के ही सतना की रहने वाली है। एक दिन पहले ही सतना में बच्ची के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी।
जल्द होगा मामले का खुलासा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एक ऑटो वाले से पूछताछ की। जिसके ऑटो में खून के धब्बे मिले थे। उसने बताया कि काफी लंबे समय तक बच्ची उसके साथ रही थी। बच्ची अकेले आई थी। हमने जो जांच की है और जो सबूत मिले हैं उनसे भी यही पता चलता है कि वो अकेले आई थी। बच्ची की बोली को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि प्रयागराज और सतना एक-दूसरे से सीमा से सटे हुए जिले हैं। दोनों के आपस में बहुत कम दूरी है। ये बच्ची वहीं की है। बच्ची उज्जैन कब आई और किसके साथ रही ये हमें पता चल गया है। बच्ची वहां से कैसे चली, कैसे पहुंची है इसका पता नहीं चला है। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों को जोड़कर इस मामले का जल्दी खुलासा किया जाएगा।
बता दें कि धर्म नगरी के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुधवार को एक बच्ची खून से लथपथ हालत में दर-दर भटकती रही। रिपोर्ट्स के अनुसार वह लगभग ढाई घंटे तक सड़क पर अर्धनग्न हालत में घूमते हुए लोगों से मदद मांग रही थी। लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। बाद में पुलिस को सूचना दी गई और उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां मेडिकल जांच में उसके साथ दरिंदगी की पुष्टि हुई। एसपी ने बताया कि बच्ची की हालत गंभीर थी इसलिए उसे इलाज के लिए इंदौर भेजा गया। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है।