वाशिंगटन। भारत और कनाडा के बीच जारी खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद इल्हान उमर भी कूद गई हैं। भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाली इल्हान उमर ने मांग की है कि जांच होनी चाहिए क्या भारत ने कनाडा जैसा ऑपरेशन अमेरिका में तो नहीं किया है।
इल्हान उमर ने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा है, कि “कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की भारत सरकार द्वारा हत्या किए जाने का आरोप बेहद चिंताजनक है। अमेरिका को कनाडाई जांच का पूरा समर्थन करना चाहिए।” इल्हान उमर ने आगे लिखा है, कि “हम इस बारे में भी जानकारी देने का अनुरोध कर रहे हैं, कि क्या संयुक्त राज्य अमेरिका में भी इसी तरह के ऑपरेशन चल रहे हैं।”
इल्हान उमर के इस ट्वीट के जवाब में शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने करारा जवाब दिया है। प्रियंका चतुर्वेदी ने इल्हाम उमर के ट्वीट को रीट्विट करते हुए लिखा है, कि “बैठ जाइये, प्रतिनिधि महोदया, मैं एक भारतीय सांसद के रूप में भारतीय विदेश मंत्रालय से आग्रह करती हूं, कि इस बात की जांच की जाए, कि कैसे अमेरिका की एक चुनी हुई प्रतिनिधि, पाकिस्तान से फंड लेकर, जम्मू-कश्मीर की शांत में हस्तक्षेप कर रही है।”
बता दें कि इल्हान उमर भारत के खिलाफ कई बार विदेशी मंचों से आलोचना कर चुकी हैं। वे भारत को अल्पसंख्यक विरोधी भी बता चुकी हैं। एक बयान में बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए इल्हान उमर ने कहा था कि भारत में लंबे समय से मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने तब यहां तक कह दिया था कि भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा है। एक ट्वीट में इल्हान ने ये आरोप भी लगाया कि अमेरिका द्वारा भारत में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लघंन के बारे में खुलकर कुछ भी नहीं बोला जाता। उनके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के दौरे पर गृह मंत्रालय ने दो टूक कहा था कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता का कोई भी उल्लंघन नहीं कर सकता।
इल्हान उमर अमेरिका की संसद में भारत के खिलाफ एक प्रस्ताव लेकर भी आई थीं। उमर के इस प्रस्ताव में अमेरिका के विदेश मंत्रालय से अपील की गई थी कि वह भारत को एक ऐसा देश घोषित करे जहां पर धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का कथित उल्लंघन होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
कौन हैं इल्हान उमर?
इल्हान उमर 2019 में मिनिसोटा से सांसद चुनी गईं। वे पहली अफ्रीकी शरणार्थी हैं जो चुनाव जीतकर अमेरिकी संसद पहुंच गईं। इतना ही नहीं वे संसदीय सीट पर चुनाव जीतने वालीं पहली अश्वेत महिला भी हैं। वे अमेरिकी संसद पहुंचने वाली पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में भी शामिल हैं। इल्हान उमर का जन्म सोमालिया में हुआ था लेकिन सोमालिया में लगातार गृह युद्ध के चलते उनके परिजनों ने देश छोड़ दिया था, तब वे 8 साल की थीं। इसके बाद वे केन्या के शरणार्थी शिविर में रहीं। इसके बाद उनका परिवार 1990 में अमेरिका चला आया. इसके बाद उन्होंने अमेरिका में राजनीति में करियर बनाने का फैसला किया। 2016 में इल्हान उमर चुनाव जीतकर मिनिसोटा की प्रतिनिधि सभा पहुंचीं, 2019 में वे अमेरिकी संसद चुनी गईं।
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