इंफाल। मणिपुर में हालात एक बार फिर खराब हो गए हैं। राज्य में 5 महीने बाद इंटरनेट से पाबंदी हटाए जाने के बाद दो लापता छात्रों के शवों की तस्वीरें सामने आई थीं। जिसके बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस बीच सरकार ने मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर बुधवार को 19 विशिष्ट पुलिस थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरे राज्य को सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) के तहत “अशांत क्षेत्र” घोषित किया गया है।
अधिसूचना में आगे कहा गया है कि “राज्य में छह महीने से समग्र कानून और व्यवस्था की स्थिति और राज्य मशीनरी की क्षमता को देखते हुए, राज्य सरकार ने वर्तमान अशांत क्षेत्र की स्थिति पर यथास्थिति बनाए रखने का निर्णय लिया है” … । बाहर किए गए 19 पुलिस स्टेशन क्षेत्र इम्फाल, लाम्फेल, सिटी, सिंगजामेई, सेकमाई, लैमसांग, पाटसोई, वांगोई, पोरोम्पैट, हेइंगांग, लामलाई, इरिलबंग, लीमाखोंग, थौबल, बिष्णुपुर, नामबोल, मोइरंग, काकचिंग और जिरीबाम के अंतर्गत आते हैं।
दोनों छात्रों की तस्वीरें शनिवार 23 सितंबर को वायरल हो गईं थी। दोनों छात्र मेईतेई समुदाय से थे। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में यह भी दिखाया गया है कि तस्वीर उनके लापता होने के दो दिन बाद 8 जुलाई को ली गई थी। पहली तस्वीर में, लिंथोइनगांबी और हेमनजीत एक सशस्त्र समूह के अस्थायी जंगल शिविर में डर के मारे बैठे हैं। लिंथोइनगांबी सफेद टी-शर्ट में है जबकि हेमनजीत, एक बैकपैक पकड़े हुए और एक चेक शर्ट में देखा जा सकता है। उनके पीछे, बंदूकों के साथ लगभग चार लोग स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं।
दूसरी वायरल फोटो में छात्रों के शव
दूसरी वायरल फोटो में छात्रों के शव जमीन पर दिखाई दे रहे हैं, जिसमें हेमनजीत का सिर गायब है। हेमनजीत 6 जुलाई को लापता हो गया था। लिंथोइनगांबी जो अपनी कोचिंग क्लास में गई थी और 6 जुलाई को अपनी केटीएम बाइक पर हेमनजीत के साथ बाहर गई थी। वो भी तब से घर नहीं लौटी थी। परिवारों को उम्मीद थी कि एक दिन या तो पुलिस दोनों को ढूंढ लेगी या वे खुद सुरक्षित घर लौट आएंगे। मृतक छात्रों के परिवार ने अपने बच्चों की पहचान की पुष्टि की है।
मामले की जांच CBI कर रही
मुख्यमंत्री ने कहा है कि जो भी दोषी हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले की जांच CBI कर रही है। सुरक्षाबलों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान भी शुरू कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि मामले में संयम बरतें और जांच एजेंसियों को अपना काम करने दें। वहीं, राज्य सरकार ने सभी सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों को 27 सितंबर और 29 सितंबर को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इधर, गृह मंत्री अमित शाह को 24 विधायकों ने अपने साइन करके एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने दोनों स्टूडेंट्स की हत्या के आरोपियों को CBI द्वारा जल्द से जल्द पकड़ने की अपील की है।