इंफाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में मंगलवार को करीब 5 महीने बाद इंटरनेट सेवा बहाल होने पर 2 छात्रों के शवों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। छात्रों की मौत के बाद से राज्य में बवाल शुरू हो गया है। जिसके बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के 2 दिन बाद ही इस पर फिर से पाबंदी लगा दी गई है, साथ ही स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। उधर, छात्रों की हत्या की जांच के लिए CBI आज इंफाल जाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने दी है।
सीएम एन बिरेन सिंह ने भी दो लापता छात्रों की हत्या की खबर पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि लापता छात्रों की दुखद मौत के संबंध में मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि अपराधियों को ढूंढने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। बिरेन सिंह ने बताया कि इस घटना की महत्वपूर्ण जांच में और तेजी लाने के लिए सीबीआई निदेशक एक विशेष टीम के साथ बुधवार की सुबह एक विशेष उड़ान से इंफाल पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सीबीआई की उपस्थिति इस मामले को तेजी से हल करने के लिए हमारे अधिकारियों की प्रतिबद्धता दिखाती है। सीएम ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए वो लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संपर्क में हैं।
इंटरनेट पर रोक
मणिपुर में 26 सिंतबर की शाम 7:45 से तत्काल प्रभाव के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन का यह आदेश 5 दिनों तक लागू रहेगा। यानी 1 अक्टूबर 2023 की शाम 7:45 तक लोग इंटरनेट सेवा का उपयोग नहीं कर सकते हैं। प्रशासन ने एक आदेश जारी करते हुए बताया कि लोग मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवा और VPN के माध्यम से भी इंटरनेट का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
इससे पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को ही राज्य में इंटरनेट प्रतिबंध हटाने की घोषणा की थी। सभी वर्गों के लोगों और विभिन्न संगठनों की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार ने मणिपुर उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए पहले प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटा दिया था। 3 मई को राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के तुरंत बाद इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए इसे समय-समय पर बढ़ाया जाता रहा है।
इस बीच, पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों के साथ झड़प में 34 से अधिक छात्र घायल हो गए। झड़प तब हुई, जब छात्रों को बीरेन सिंह के बंगले की ओर मार्च करने से रोका गया। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले और धुआं बम का इस्तेमाल किया।
क्या है पूरा मामला?
मणिपुर में 23 सितंबर को मोबाइल इंटरनेट से बैन हटने के बाद दो स्टूडेंट्स के शवों की फोटो सामने आई। फोटो में दोनों की बॉडी जमीन पर पड़ी हुई नजर आ रही है। साथ ही लड़के का सिर कटा हुआ है। हालांकि दोनों के शव अभी तक नहीं मिले हैं। जुलाई में दोनों स्टूडेंट्स लापता हुए थे।