फेसबुक पर लाइव आने के बाद की आत्महत्या, पूर्व विधायक-नगरपालिका EO समेत 5 पर लगाया प्रताड़ना का आरोप

गाजियाबाद। मोदीनगर के मुरादनगर की नगर की ईदगाह कॉलोनी में फेसबुक लाइव के बाद आत्महत्या करने वाले शाहिर हुसैन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस ने बिसरा लैब में जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में नामजद कराए गए पूर्व विधायक वहाब चौधरी, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अभिषेक कुमार, अधिवक्ता इमरान, मुमताज और धर्मी से जल्द ही पूछताछ की जाएगी। इन सभी पर उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद शाहिर मृत अवस्था में मिले थे।

मृतक की पत्नी वलीसा के मुताबिक शाहिर के सीने में शनिवार सुबह दर्द होने लगा। उन्हें चिकित्सक के यहां लेकर पहुंचे। रास्ते में उनकी मौत हो गई। चर्चा है कि शाहिर ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। ऐसे में मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। एसीपी नरेश कुमार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। विसरा जांच के लिए भेजा गया है। विसरा जांच आने के बाद भी मौत का कारण स्पष्ट होगा। एसीपी ने बताया कि पुलिस मामले में साक्ष्य एकत्र कर रही है, नामजद लोगों से जल्द पूछताछ की जाएगी।

क्या है पूरा मामला?
ईदगाह कॉलोनी निवासी शाहिर हुसैन (46) पुत्र इस्लाम पैठ में ठीया लगाकर परिवार का पालन पोषण करता था। परिवार में पत्नी वलीसा व बेटी तानिया (12) है। बताया गया है कि काफी समय से नगर पालिका परिषद से जमीन को लेकर शाहिर हुसैन का विवाद चला आ रहा था। शनिवार रात शाहिर हुसैन ने फेसबुक लाइव किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फेसबुक लाइव में शाहिर हुसैन ने कहा कि मेरी किसी भी कारण मौत होती है तो इसकी जिम्मेदारी पूर्व विधायक वहाब चौधरी, ईओ अभिषेक कुमार, अधिवक्ता मुमताज व इमरान व धर्मी होंगे।

शाहिर ने अपने वीडियो में कहा, ”मौत ही इंसान के पास होती है, यही उसी के हाथ में है। आए दिनों के उल्टे फेर, मकड़ी के जाल में फंस गया शेर। जब कुत्तों के हाथ में इंसान की इज्जत फंस जाती है, तो वो मर जाता है। गरीबी मेरी वतन के लिए तरसती है, जैसे उदास चिड़िया चमन के लिए तरसती है। किसी की कारों में कुत्तों के लिए रेशमी चादर, किसी की लाश कफन को तरसती है। कोई किसी की मदद को तैयार नहीं है।”

शाहिर ने वीडियो में कहा कि एडवोकेट मुमताज ने मुझे झूठे केस में फंसा रखा है। वो गरीबों को फंसाता है। मैं जमीन के लिए लड़ रहा था। इन सभी ने मुझे फंसा रखा। तहसील मोदीनगर में चले जाइए, कल्लू रजिस्टार नामी हस्ती है। वो तो लाल किले की रजिस्ट्री कर दें। बस पैसे फेंकिए। सभी दो नंबर के काम वहां होते हैं।”

शाहिर की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हर बार लेखपाल ने झूठी रिपोर्ट लगाकर शिकायत का निस्तारण कर देता था। एक-दो बार मौके पर जाकर अवैध निर्माण की दो-चार ईट हटाकर पूरा निर्माण हटाने की झूठी बात भी अधिकारियों से लेखपाल ने बताई थी। इसको लेकर शाहिर लगातार शिकायत कर रहे थे। जून 2023 में शाहिर को नगरपालिका से एक नोटिस प्राप्त हुआ, जिसमें उन्हें ईओ कार्यालय बुलाया गया। आरोप है कि वहां पहुंचने पर ईओ ने उन्हें बुरी तरह अपमानित किया। झूठी शिकायत करने का आरोप लगाते हुए धमकाया गया। तभी से वह परेशान था। मृतक की पत्नी वलीसा की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व विधायक वहाब चौधरी, पालिका के अधिशासी अधिकारी अभिषेक कुमार, मुमताज,इ मरान व धर्मी के खिलाफ धारा 306 में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

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