गाजियाबाद। खोड़ा थाना क्षेत्र में मसाज पार्लर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाने के नाम पर पुलिस के द्वारा 20 हजार रुपए मांगने का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो सामने आने के बाद डीसीपी ने कार्रवाई करते हुए सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है। मामले की जांच एसीपी को सौंपी गई है।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में वीरबल चौकी पर मौजूद उप निरीक्षक व आरक्षी से एक व्यक्ति बोल रहा है कि कोने वाली दुकान में मसाज पार्लर खोलना चाहता हूं, बिल्कुल कोने वाली में। इस पर कांस्टेबल पूछता है कि लड़कियों का और नहीं चलने की बात कहता है तो व्यक्ति हामी भरते हुए कहता है कि चले ना चले मैं खोलना चाह रहा हूं और कुछ मत करना। दोनों पुलिस वाले आपस में बात करते हैं तो कांस्टेबल उप निरीक्षक से कहता है कि लड़कियां मसाज करेंगीं लड़कों की। उपनिरीक्षक कहता है कि हम कुछ नहीं करेेंगे लेकिन शिकायत या ट्वीट होने पर कार्रवाई करनी पड़ेगी। इस पर व्यक्ति कहता है कि शिकायत आने पर आप हमें बता देना। हम मैनेज कर लेंगे।
इंदिरापुरम में चल जाएगा, यहां ना चल पाएगा
व्यक्ति बताता है कि वह अभी इंदिरापुरम के मॉल में चला रहा है। यहां पर बस खोलना चाहता है। इस पर तपाक से कांस्टेबल बोलता है कि इंदिरापुरम, वैशाली, कौशांबी इलाके में वहां पर चल जाएगा। यहां नहीं चल पाएगा। उपनिरीक्षक पूछता है कि वहां पर क्या सिस्टम है और परमिशन है या अवैध। व्यक्ति दबाव में लेते हुए कहता है कि परमिशन है तभी तो बात कर रहा हूं। मॉल के अंदर गौर स्पा के नाम से है।
पब्लिक को पता नहीं चलेगा अंदर क्या चल रहा
व्यक्ति कहता है कि बस आप अपनी गांरटी लो। अंदर क्या चल रहा होगा। यह पुलिस को पता ही नहीं चलेगा। जो गलत काम करने आता है वह ही गलत काम करके जाता है।किसी को पता नहीं होता है कि क्या चल रहा है। आप सब जानते हैं। क्यों आप सारी बात खुलकर बताते हो। इस पर कांस्टेबल बोलता है कि जो होगा देखा जाएगा आगे की बता। व्यक्ति पूछता है कि कितना देना पड़ेगा? मैं वहां पर दस हजार रुपये देता हूं महीना। यहां पर कितना लोगे? 20 हजार रुपये। व्यक्ति पहले दस और बाद में 15 हजार देने की बात करता है लेकिन दोनों पुलिसकर्मियों के नहीं मानने पर व्यक्ति 20 में चलने पर राजी हो जाता है।
डीसीपी शुभम पटेल ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए थाना खोड़ा पर तैनात सब इंस्पेक्टर देशराज को सस्पेंड कर दिया है। इस केस की जांच एसीपी स्तर के अधिकारी को दी गई है। जांच में आरोप पुष्ट होते हैं तो अन्य विभागीय कार्रवाई भी होगी।