गाजियाबाद। सड़क पर दुर्घटना से बचने के लिए ड्राइविंग के दौरान ट्रैफिक नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। ऐसा न करने पर ट्रैफिक पुलिस भारी जुर्माना भी वसूल सकती है। लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसी कार का ऑनलाइन चालान भेज दिया है, जो पिछले कई दिनों से घर पर खड़ी है। हैरान करने वाली बात ये है कि चालान कॉपी में फोटो बाइक की लगी है।
यह घटना गुरुनानकपुरा कालोनी निवासी गिरीश गोयल के मोबाइल पर चालान का मैसेज आया। उन्होंने ऑनलाइन चालान चेक किया तो उस पर 500 रुपये रकम लिखी आई लेकिन चालान पर फोटो स्पलेंडर बाइक की थी। गिरीश के मुताबिक, उनकी कार कई दिन से घर पर ही खड़ी थी। इस तरह का चालान भेजना पूरी तरह से गलत है। पीड़ित का कहना है कि कई दिन से वे कार लेकर नहीं गए। फिर चालान कैसे हो गया। उन्होंने मामले की शिकायत आईजीआरएस पोर्टल व यातायात पुलिस के उच्चाधिकारियों से की है। गोयल ने इस मामले में DCP और ACP को भी मेल किया है। टीआई मोदीनगर का कहना है कि तकनीकी कारणों से इस तरह के मामले सामने आते हैं। पीड़ित की शिकायत पर इसमें सुधार किया जाता है।
पहले भी आया ऐसा मामला
इससे पहले जून महीने में भी जिले में इसी तरह का मामला सामने आया था। हरियाणा में नवाबगढ़ के मुस्तफा खान ने थाना गाजियाबाद के कविनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी बाइक छह माह से घर पर खड़ी है, लेकिन गाजियाबाद में उसके 14 चालान हो गए हैं। चालान की पड़ताल की तो एक चालान में अजीत का नाम व मोबाइल नंबर लिखा था। कॉल कर अजीत को बुलाया तो वह बुलेट बाइक के साथ थाने पहुंचा।
बाइक के बारे में पूछने पर कहा कि बुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले उसके साले सुनीत उर्फ सुनील ने तीन साल पहले यह बाइक चलाने के लिए दी थी। सुनील फिलहाल मध्यप्रदेश की आगर मालवा जेल में गांजा तस्करी के आरोप में बंद है। बाइक की पड़ताल की तो इंजन व चेसी नंबर भी मिटाने का प्रयास किया गया था। बाइक को फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। इसकी रिपोर्ट आने पर ही पता चल पाएगा कि बाइक कहां से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक अजीत को चोरी व फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर पूर्व में कोई केस दर्ज नहीं है।
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