‘हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं, केवल धोखा है’, सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का विवादित बयान

लखनऊ। अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म ही नहीं है। यह केवल धोखा है। उन्होंने यहां तक कहा कि सही मायने में यह ब्राह्मण धर्म है।

स्‍वामी प्रसाद मौर्य ने सोमवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो ट्वीट किया है। चार मिनट के इस वीडियो में मौर्य हिंदू धर्म के अस्तित्‍व पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। सपा एमएलसी ने कहा -‘द्रोपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति होने के बाद भी रोक दिया जाता है क्योंकि वो आदिवासी समाज से आती हैं। अगर आदिवासी समाज हिंदू होता तो क्या उनके साथ ऐसा बर्ताव हो सकता था। ब्राह्मणी देवता के चतुर चालाक लोग आज भी हमको आदिवासी मानते हैं। इस तरह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ भी हो चुका है। जिसे आप हिंदू धर्म कहकर उसके दीवाने और पागल होकर अपना सबकुछ लुटा देते हो, हिंदू-मुस्लिम के नाम पर दंगा करा देते हो, खून बहा देते हो, यह तुम्हारी नदानी है।’

सीएम आवास को गंगा जल से धुलवाने पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य यही नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा- ‘जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री पद से हटे, तब इन्हीं सत्ता दल के लोगों ने मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोया। जब इससे मन नहीं भरा तो गंगाजल से धोया गया। क्या अगर ब्राह्मणी देवता का कोई मुख्यमंत्री होता तो किसी की हिम्मत पड़ती उसे गोमूत्र और गंगा जल से धुल देता। उसे इसलिए धुला गया क्योंकि अखिलेश यादव पिछड़े समाज में पैदा हुए हैं। आदिवासी-दलित और पिछड़े यह कौन है जिसे पहले शू्द्र कहकर जानवरों से बदतर जिंदगी जीने पर मजबूर किया करते थे। सावधान रहना जिसे धर्म मानते हो वो इनका धंधा है। जो इनके लिए धंधा है वो आपके लिए धोखा है।’

स्वामी प्रसाद ने कहा कि मैं सोशल मीडिया से जुड़े हुए नौजवानों को भी इस बात के लिए बधाई देना चाहता हूं कि जब मैंने सम्मान-स्वाभिमान की बात को छेड़ी, जब मैंने ब्राह्मणवाद पर चोट किया, जब ब्राह्मणवादी ताकतों की चूलें हिलीं तो उसमें बहुजन समाज का सोशल मीडिया ब्राह्मणवाद के सोशल मीडिया पर भारी पड़ गया। जिस कारण आज भी गांव-गली, चट्टी-चौराहे, चाय की दुकान से लेकर सचिवालय और विश्वविद्यालय तक चर्चा चल रही है, यह एक शुभ संकेत है।

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