अतीक अहमद की करोड़ों की संपत्ति जब्त, नौकर के नाम से खरीदी थी संपत्तियां

अतीक अहमद

प्रयागराज। आयकर विभाग ने माफिया अतीक अहमद की 6 बेनामी संपत्तियों को जब्त किया है। इनकी कीमत लगभग 6.35 करोड़ बताई जा रही है। अतीक के गैंग के सदस्य मोहम्मद अशरफ उर्फ लल्ला ने अपने चौकीदार सूरज पाल के नाम से इन संपत्तियों को खरीदा था, जो कि बीपीएल कार्डधारक है।

आयकर विभाग के अनुसार अतीक अहमद परिवार और उसका गिरोह करोड़ों रुपये की बेनामी सम्पत्तियां हैं। आयकर विभाग को जांच में यह भी पता चला कि ऐसी कई जमीनें और अन्य अचल संपत्तियां हैं। इनकी बिक्री के माध्यम से आए पैसे को अतीक अहमद की मौत के बाद भी परिवार की जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। आयकर विभाग लखनऊ बेनामी इकाई ने प्रयागराज के पीपलगांव निवासी सूरज पाल को चिह्नित किया। उसके नाम 40 से अधिक बेनामी सम्पत्तियां हैं। सूरज पाल सुरक्षा गार्ड है, इसे अशरफ ने रखा था। आयकर विभाग ने प्रयागराज में स्थित छह जमीनों को अटैच कर लिया यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इसके पूर्व राजनेता और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी से जुड़ी 100 करोड़ की दो दर्जन सम्पत्तियों की पहचान की। साथ ही गाजीपुर में 12 करोड़ रुपये की जमीन कुर्क की। इस वर्ष उनके और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई केलिए कोड नाम ‘ऑपरेशन पैंथर’ रखा गया।

आयकर विभाग ने सूरज पाल के बारे में गहनता से जांच की तो पता चला कि वर्ष 2018 से पहले भी अशरफ ने उसके नाम से कई संपत्तियों को खरीदा था। तमाम बेशकीमती संपत्तियों का मालिक होने के बावजूद सूरज पाल ने अपना आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया। जांच में सामने आया कि उसने वर्ष 2018 तक 11 संपत्तियों को बेचा भी था। वर्ष 2018-19 में उसने 50.24 लाख रुपये की संपत्तियां बेची। वही, वर्ष 2020-21 में 92.65 लाख की संपत्तियों को खरीदा, जबकि 2.29 करोड़ की संपत्तियों को बेचा था। इसी तरह वर्ष 2021-22 में 2.66 करोड़ की संपत्तियों को खरीदा, जबकि 99.30 लाख की संपत्तियों को बेचा। वर्ष 2022-23 में उसने 1.37 करोड़ रुपये की संपत्तियों को बेचा।

रीयल एस्टेट और किराए की आमदनी दर्शाई
जांच में सामने आया कि सूरज पाल ने वर्ष 2018 तक कभी अपना रिटर्न दाखिल नहीं किया। वर्ष 2018-19 से वर्ष 2022-23 तक दाखिल किए रिटर्न में उसने रीयल एस्टेट और किराए से आमदनी दर्शाई। हालांकि इसमें दी गई जानकारियां अधूरी और संदिग्ध पाई गईं। इस अवधि में उसने अपनी आय 1.46 लाख रुपये से लेकर 14.70 लाख रुपये तक दर्शाई, जबकि उसका कुल कारोबार 6.16 करोड़ से अधिक पाया गया। इसमें से अधिकतर लेन-देन नगद में होने की पुष्टि होने से साफ हो गया कि सूरज पाल किसी अन्य की काली कमाई को जमीनों में खपा रहा है।

10 सालों में 100 बीघा जमीन बनाई
जांच में यह भी बात सामने आई है कि 10 सालों में संगम नगरी के आसपास उसने 100 बीघा जमीन खरीद डाली थी। आयकर विभाग लखनऊ की टीम ने 2019 से ही अतीक की बेनामी संपत्तियों के खिलाफ अभियान चला रखा है। अब तक अतीक की 1800 करोड़ रुपए अवैघ संपत्तियों को या तो बुलडोजर चलाकर गिरा दिया गया या फिर सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है। लूकरगंज में अतीक की जमीन पर 76 गरीब परिवारों के लिए फ्लैट बनाकर सरकार दे चुकी है। हवेलिया में 400 वर्ग गज प्लॉट पर सरकार अब बच्चों के खेलने के लिए पार्क विकसित करने जा रही है।

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