सिद्धार्थ विहार की सोसाइटी में करंट लगने से तीन मजदूरों की मौत

गाजियाबाद। विजयनगर थाना क्षेत्र सिद्दार्थ विहार की निर्माणाधीन सोसाइटी में करंट लगने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चौथा बाल-बाल बचा। सूचना मिलने पर पहुंची विजयनगर पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचित कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

एसीपी कोतवाली निमिष पाटिल के मुताबिक शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे विजयनगर पुलिस को सूचना मिली कि सिद्धार्थ विहार की निर्माणाधीन टी एंड टी कंस्ट्रक्शन साइट पर तीन मजदूर करंट की चपेट में आ गए हैं। मजदूरों को जिला एमएमजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है। मृतकों की पहचान जिला मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल के नयनसुख इमामनगर निवासी 33 वर्षीय इजराल एसके, गांव धुलयान निवासी 48 वर्षीय गोगुल मंडल तथा गांव बेदबोना निवासी 25 वर्षीय शुभांकर के रूप में हुई है। मृतकों के परिजन पश्चिम बंगाल में रहते हैं। उन्हें सूचित कर दिया गया है।

करंट लगने से मौत का शिकार हुए तीनों मजदूरों के साथ मुर्शिदाबाद निवासी राहुल भी था। वह तीनों मजदूरों से कुछ दूरी पर था। राहुल ने बताया कि वे पेंट की ट्राली को ऊपर खींच रहे थे। तभी वह नीचे कुछ सामान लेने आए। अचानक ट्राली धड़ाम से जमीन पर गिरी। दौड़कर ऊपर पहुंचे तो तीनों साथी अचेत पड़े थे। अस्पताल ले जाने पर इन्हें मृत घोषित कर दिया।

राहुल का कहना था कि ट्राली लोहे के तार से बंधी थी, जो बीच में किसी तल पर विद्युत लाइन से छू गया। पुलिस की शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि कार्य के लिए स्वचालित केबल कार लगी है। इसी के जरिये पेंट व अन्य सामान ऊपर पहुंचाया जा रहा था। शुक्रवार को केबल कार को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जा रहा था। शिफ्टिंग के दौरान केबल कार की विद्युत आपूर्ति काट दी जाती है। तीनों ट्राली को ऊपर खींच रहे थे कि तभी इसमें करंट आ गया।

साइट इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप
मृतकों के साथी मजदूरों ने साइट इंचार्ज पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मजदूरों का कहना है कि मौके पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। वायरिंग और पेंटिंग का काम एक साथ कराया जा रहा था। कामगार जिस तार को ऊपर खींच रहे थे वह लोहे का है। विद्युत तार आदि के काम में कामगारों को ऐसे ग्लव्स दिए जाते हैं, जिनसे कि करंट न लगे। यदि तीनों के पास ये ग्लव्स होते तो तीनों की जान बच सकती थी।

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