कैथल। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज होने लगी लगी है। कांग्रेस नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले रणदीप सुरजेवाला ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने हरियाणा के कैथल में भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों-वोटर को राक्षस प्रवत्ति का बताया है।
रणदीप सुरजेवाला ने रविवार 13 अगस्त को हरियाणा के कैथल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी को जो वोट देता है और जो भाजपा का समर्थक है वे राक्षस प्रवृत्ति का है। मैं आज महाभारत की इस धरती से उन्हें श्राप देता हूं।” भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस सांसद सुरजेवाला का वीडियो शेयर कर कहा, ‘बार-बार शहजादे को लॉन्च करने में असफल कांग्रेस पार्टी अब जनता-जनार्दन को ही गाली देने लगी। एक तरफ 140 करोड़ देशवासियों के प्रधानसेवक मोदी जी हैं, जिनके लिए जनता ही जनार्दन का स्वरुप है तो दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जिसके लिए जनता राक्षस का रूप है। देश की जनता इस फर्क़ को बखूबी समझती है और देश की जनता खुद इनके नफरत की मेगा शॉपिंग मॉल पर ताला लगाने का काम करेगी।’
वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘कांग्रेस ने अपनी सारी हदें पार कर दी हैं। अफजल गुरु को अफजल गुरु जी और ओसामा को ओसामा जी कहने वाली पार्टी के रणदीप सुरजेवाला ने अब भारतीय मतदाताओं को गाली देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी विदेशी धरती पर कहती है कि लोकतंत्र मर गया है और भारत माता की हत्या हो गई है। अब रणदीप सुरजेवाला बीजेपी को वोट देने वाले कम से कम 23 करोड़ लोगों को राक्षस बता रहे हैं। लोकतंत्र में नागरिक भगवान का रूप होते हैं, लेकिन कांग्रेस उन्हें राक्षस कह रही है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस किस अहंकार में जी रही है।
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “गांधी परिवार की गुलामी की जंजीरों में लिपटे रणदीप सुरजेवाला बोल रहे हैं- ‘भाजपा को वोट देने वाली देश की जनता ‘राक्षस’ है। यह बयान करोड़ों देशवासियों का अपमान है। जिसका मुहतोड़ जवाब देश की जनता देगी। भाजपा के लिए तो जनता ही भगवान है और उसका पुजारी भाजपा का हर एक कार्यकर्ता है।”
हरियाणा भाजपा प्रभारी बिप्लब देव ने कहा, ‘भाजपा के लिए जनता जनार्दन है। कांग्रेस के लिए जनता राक्षस बन जाती है अगर उन्हें वोट नहीं दें। ऐसे अहंकार को कुरुक्षेत्र ने महाभारत में भी हराया था, अगले चुनाव में भी हरायेगी।’ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने लिखा, ‘शायद भगवान ने रणदीप सुरजेवाला जी की मति (बुद्धि ) हर ली है। संगत का असर सब पर होता है- इन तो पूरा ही हो गया। शायद अनादरण शब्दों का इस्तेमाल जनता को बता दिया है कि हम अब शब्दों की मर्यादाएँ खो चुके हैं, हम पर भरोसा नहीं करना।’