सूरजकुंड। हरियाणा के सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल में आज से भाजपा का दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद सम्मेलन शुरू हो गया है। इसका उद्घाटन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। इसके उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े और वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया। पीएम ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
बीजेपी के प्रशिक्षण शिविर में उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख व राजस्थान के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। पीएम ने कहा कि पहली बार जिला परिषद और स्थानीय स्वराज को मजबूत करने के लिए उनकी सरकार ने बहुत काम किए हैं। पिछले सरकार के मुकाबले तीन गुना ज्यादा बजट दिया है। पिछले 9 वर्षों में बीज से बाजार तक सरकार ने ऐसी व्यवस्था का निर्माण किया है कि जिससे खेती लागत कम हो और आय बढ़े। पीएम किसान निधी का लाभ किसानों को मिल रहा है। मोदी की गारंटी है यह। 2019 में कह रहे थे कि चुनाव चुनावी वादे हैं मोदी कुछ नहीं करेगा। जब मोदी गारंटी देता है तो उसे जमीन पर उतारकर रहता है। मोदी गारंटियां चुराता नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि, ”जहां कमल का निशान है वहां गरीब कल्याण है। जहां कमल का निशान है वहां गरीब की मदद है। जहां कमल का निशान है वहां हर इंसान की शान है। जहां कमल का निशान है वहां किसी गरीब को भटकना नहीं पड़ता है। आपको अपने कार्य की पहचान इसी तरह की बनानी है। इसी तरह की हम सब की प्राथमिकता होनी चाहिए। हमे विश्वास है कि इस कार्यशाला के जरिए विकसित भारत के निर्माण में पंचायती राज की भूमिका के माध्यम से नई दिशा दे सकेंगे।”
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर किया कटाक्ष
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ”चार दशक तक कांग्रेस को समझ ही नहीं आया कि पंचायती राज व्यवस्था कितनी जरूरी है। आजादी के सात दशक बाद भी देश के 18000 गांव तक बिजली नहीं पहुंच सकी थी। ग्रामीणों के घरों में नल तक जल नहीं पहुंच सका था। कांग्रेस राज में पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त करने के ठोस प्रयास कभी नहीं हुए।”
30,000 से ज्यादा पंचायत घरों का निर्माण
पीएम मोदी ने आगे कहा, ”2014 के बाद से भाजपा सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने का काम शुरू किया। पिछले 9 वर्षों में देश में 30,000 से ज्यादा नए पंचायत घरों का निर्माण हुआ है। पिछले 9 वर्षों में किसानों के लिए बीज से लेकर खेत तक अनेक काम हुए। पिछले 9 वर्षों में किसानों के लिए बीज से लेकर खेत तक अनेक काम हुए। 50 करोड़ से ज्यादा लोग आयुष्मान भारत योजना से जुड़ चुके हैं।”