अपने लोगों से ज्यादा दूसरे पर भरोसा है…. केजरीवाल के साथ गठबंधन पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का अपनी पार्टी पर निशाना

दिल्ली। पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और दिल्ली कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने एक बार फिर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली बैड गवर्नेंस, मिस गवर्नेंस और करप्ट गवर्नेंस का उदाहरण बन गया है। इसके साथ उन्होंने अपनी पार्टी पर भी बयान दिया। संदीप दीक्षित ने कहा कि मुझे कभी-कभी निराशा होती है कि कांग्रेस में अपने लोगों से ज्यादा दूसरों की बातों पर भरोसा है।

संदीप दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस के हमारे साथी दिल्ली सरकार की चकाचौंध देखकर कूद पड़ते हैं। उन्होंने निराशा जताते हुए कहा कि कांग्रेस में लोग अपने लोगों से न पूछकर दूसरों पर ज्यादा भरोसा कर लेते हैं। उन्होंने खुद को शामिल करते हुए कहा कि कुछ हम लोगों से भी पूछ लो, हम लोग भी यहीं रहते हैं। दिल्ली की AAP सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज दिल्ली किसी और वजह से बेहतरीन उदाहरण बनकर उभरा है। पहले सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण के लिए उदाहरण बनकर उभरा था। संदीप ने आगे कहा कि आज दिल्ली बैड गवर्नेंस, मिस गवर्नेंस और करप्ट गवर्नेंस का उदाहरण बन गया है।

वही संदीप दीक्षित ने एक ट्वीट में लिखा, “काश आप हमसे भी मिलते दिनेश गुंडू राव जी…अरविंद केजरीवाल की शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त, पर्यावरण, पानी, सड़क, बस, बुनियादी ढांचा, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का असली सच दिखाते। शायद आप यह बात कांग्रेस में उनके नए ढोल बजाने वालों को बता सकते थे।” इस बीच आप ने आरोप लगाया कि एक फोन कॉल आने के बाद राव का बयान बदला और उसके बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया।

दरअसल, कर्नाटक सरकार के नए स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू दिल्ली की मोहल्ला क्लीनिक का दौरा करने गए थे। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने देश-दुनिया में मोहल्ला क्लीनिक का खूब प्रचार किया था। लेकिन वहां जाने पर पता चला कि जितना इसके बारे में बताया गया था, उतना कुछ नहीं है। इससे अच्छा कर्नाटक की स्वास्थ्य सेवाएं हैं। इसपर दिल्ली कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित की प्रतिक्रिया आई है।

हमेशा से आप के आलोचक रहे हैं संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित हमेशा से ही आप की आलोचना करते रहे हैं। इससे पहले 31 जुलाई को उन्होंने कहा था कि वह एनसीटी दिल्ली सरकार की शक्तियों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ केंद्र सरकार के अध्यादेश का समर्थन करते हैं, उन्होंने कहा कि यह विधेयक शहर की संवैधानिक स्थिति के अनुरूप है। एनआई से बात करते हुए दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अच्छी तरह से जानते हैं कि अगर उन्हें नियंत्रण नहीं मिला, तो उन्हें कम से कम आठ साल के लिए जेल भेजा जाएगा।

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