महाराष्ट्र। आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में एनआईए के हाथ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस (ISIS) की हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एनआईए अब तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को पुणे में कोंधवा में रेड डाली और वहां से डॉ. अदनान अली सरकार को अपनी कस्टडी में लिया। उसके पास से आईएसआईएस से जुड़े कई कागजात और इलेक्ट्रानिक उपकरण जब्त किए गए हैं। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी आपत्तिजनक सामग्रियों का उपयोग युवाओं को आईएसआईएस से जोड़ने को लेकर कर रहा था। बयान में आगे कहा गया है कि आरोपी अदनान अली देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा था और वह इस ‘महाराष्ट्र आईएसआईएस मॉड्यूल’ के माध्यम से आईएसआईएस की साजिश के तहत भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की कोशिश कर रहा था।
जांच एजेंसी का मानना है कि गिरफ्तार आरोपियों ने आईएसआईएस की आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची थी। उन्होंने स्लीपर सेल बनाया था और कई युवाओं की भर्ती की थी। आरोपियों ने विदेश में बैठे अपने सरगनाओं के निर्देश पर आईएसआईएस के आतंक और हिंसा के अजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए भड़काऊ मीडिया सामग्री भी लिखी थी। इसे ‘वॉयस ऑफ हिंद’ पत्रिका में प्रकाशित किया गया था।
इससे पहले चार आरोपियों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है, जिनमें मुंबई से ताबिश नासिर सिद्दीकी, पुणे से जुबैर नूर मोहम्मद शेख उर्फ अबू नुसैबा और ठाणे से शरजील शेख और बड़ौदा का जुल्फिकार अली शामिल है। एनआईए ने इन सभी को व्यापक तलाशी के बाद तीन जुलाई को गिरफ्तार किया था। वहीं अभी इस मामले को लेकर जांच जारी है।
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