गाजियाबाद। लोनी विधायक ने रोहिंग्या-बांग्लादेशी घुसपैठियों को कानून व्यवस्था के लिए खतरा बताते हुए उनको हटाए जाने और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस सम्बन्ध में उन्होंने सीएम योगी को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि क्षेत्र में 20 हजार से ज्यादा रोहिंग्या और बांग्लादेशी रह रहे हैं।
नंद किशोर ने सीएम को पत्र में लिखा है कि दिल्ली से लाकर लोनी समेत पूरे एनसीआर में बसाए जा रहे रोहिंग्याओं से यूपी समेत दिल्ली में सरकारी संवेदनशील संस्थाओं को भी खतरा है। इन्हें शरण देने वाले सिंडिकेट पर भी शिकंजा कसा जाए। दिल्ली में रहने वाले हाजी अनीस नामक व्यक्ति द्वारा शाहीन बाग से लाकर लोनी स्थित अपने घर में बिना पुलिस सत्यापन के बसाया गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री के शह पर सिंडिकेट के द्वारा लोनी समेत पूरे एनसीआर की भौगोलिक परिस्थितियों को बदलने का षड्यंत्र रचने वालों को भी चिन्हित कर उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि लोनी के टीला शाहबाजपुर, अंसार विहार, इनाम विहार, प्रेम नगर बावन पीर, अशोक विहार, नसबंदी कॉलोनी, कासिम विहार आदि स्थानों में लगभग 20 हजार से अधिक संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी अवैध तरीके से वर्तमान में रह रहे हैं। जिनका सत्यापन भी यहां के मकान मालिकों द्वारा मोटी रकम के एवज में नहीं कराया गया है।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने 24 जुलाई को 74 रोहिंग्याओं की गिरफ्तारी पर सीएम योगी का धन्यवाद जताया है। विधायक ने कहा, मैंने इसके लिए पूर्व में मुख्यमंत्री से पत्राचार किया था। जिसके बाद ही ये कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा है कि घुसपैठियों की मदद करने वालों की जांच करें और उन पर रासुका की कार्रवाई करें। इस पत्र की कॉपी अपर मुख्य सचिव (गृह) और गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को भेजी गई है।
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