कासरगोड। केरल में बुधवार को एक मार्च के दौरान भड़काऊ नारा लगाने के आरोप में 300 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमे यूथ लीग और उसके मूल संगठन आईयूएमएल के कार्यकर्ता शामिल हैं।
मणिपुर में हिंसा के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आईयूएमएल की युवा शाखा की ओर से कासरगोड में एक मार्च निकाला गया। इस दौरान नारा लगाया गया कि उन्हें उनके मंदिरों के सामने ही फाँसी पर लटका दिया जाएगा और फिर ज़िंदा जला दिया जाएगा। भड़काऊ नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूथ लीग ने आरोपी कार्यकर्ता को संगठन से निष्कासित कर दिया। एक बयान में, यूथ लीग के प्रदेश अध्यक्ष पनक्कड़ सैयद मुनव्वरली शिहाब थंगल ने घटना पर खेद जताया और कहा कि विभिन्न समुदायों के बीच नफरत पैदा करना मुस्लिम लीग की नीति नहीं है। यूथ लीग के राज्य महासचिव पीके फिरोज ने कहा कि भड़काऊ नारेबाजी लगाने के आरोपी कार्यकर्ता अब्दुल सलाम को यूथ लीग से निष्कासित कर दिया गया, क्योंकि यह कृत्य उनकी पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है।
भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘‘ कांग्रेस की सहयोगी मुस्लिम लीग की युवा शाखा ने केरल के कासरगोड में एक रैली निकाली और हिंदू विरोधी नारे लगाए तथा उन्हें (हिन्दुओं को) मंदिरों के सामने लटकाने और जिंदा जलाने की धमकी दी… अगर पिनाराई सरकार उनका समर्थन नहीं कर रही होती तो वे इतना आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं करते।”
वहीं होसदुर्ग पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि भाजपा कान्हांगड मंडलम अध्यक्ष की शिकायत के आधार पर यूथ लीग मार्च में भाग लेने वाले 300 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन लोगों पर आईपीसी की धारा 153ए के तहत मामला दर्ज किया गया है, जो धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करने से संबंधित है।
बता दें यह संगठन IUML का यूथ विंग है। IUML (इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग) केरल में कॉन्ग्रेस की गठबंधन साझीदार है। वायनाड लोकसभा क्षेत्र से राहुल गाँधी ने जब चुनाव लड़ा था, तब IUML का समर्थन मिला था। यह राजनीतिक दल विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A’ का भी हिस्सा है।