‘जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे’, कारगिल विजय दिवस पर बोले राजनाथ सिंह

नई दिल्ली। कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ के लिए लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि कारगिल युद्ध भारत के ऊपर एक थोपा गया युद्ध था। उस समय देश ने पाकिस्तान से बातचीत के माध्यम से मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया था। रक्षा मंत्री ने कहा, कि हम LoC पार कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे।

24वें करगिल विजय दिवस के मौके पर लद्दाख के द्रास में आयोजित मुख्य समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थि हुए। उन्होंने देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दीं। साथ ही, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने द्रास में करगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्री ने कहा, आज ‘करगिल विजय दिवस’ के पावन अवसर पर, आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। सबसे पहले मैं, भारत माता के उन जांबाज सपूतों को नमन करता हूं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। मैं उन वीर सपूतों को नमन करता हूं, जिन्होंने राष्ट्र को सर्वप्रथम रखा, और उसके लिए अपने प्राणों की आहुति देने से भी पीछे नहीं हटे। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत मां के ललाट की रक्षा के लिए, 1999 में करगिल की चोटी पर देश के सैनिकों ने वीरता का जो प्रदर्शन किया, जो शौर्य दिखाया, वह इतिहास में हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा। आज हम खुली हवा में सांस इसलिए ले पा रहे हैं, क्योंकि किसी समय भी शून्य से कम तापमान में भी हमारे सैनिकों ने ऑक्सीजन की कमी के बावजूद अपनी बंदूकें नीची नहीं कीं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि कारगिल में भारतीय ध्वज इसलिए लहरा रहा है क्योंकि 1999 में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मनों की छाती पर अपना तिंरगा लहरा दिया था। ​​​​​​​​​​​​​कारगिल युद्ध भारत पर थोपा गया था। उस समय प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपायी ने पाकिस्तान जाकर कश्मीर समेत अन्य मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान ने हमारी पीठ में खंजर घोंप दिया।

पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश
साथ ही अपने संदेश से राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान दो टूक जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि उस समय अगर हमने LoC पार नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे। हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं, और जरुरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे।

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