श्रीनगर। कश्मीर में आतंकवाद का लहर फैलाने वाले और हत्यारे यासीन मलिक की बेटी भी अपने पिता के ही नक्शे-कदम पर चलने लगी है और सिर्फ 11 साल की उम्र में ही उसने भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर (मुजफ्फराबाद) की संसद को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं सिर्फ दो साल की थी जब मैं अपने पिता से मिली थी। अब मैं 11 साल की हो गई हूं। मुझे अपने पिता की बहुत याद आती है।’ रज़िया ने अपने भाषण में भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘अगर मेरे पिता को कोई नुकसान पहुंचता है तो मैं पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराऊंगी।’
अगर मेरे पिता को फांसी हुई तो…
रज़िया ने कहा कि उनके पिता को ‘फर्जी मामले’ में गलत सजा सुनाई गई है और उन्हें उम्मीद है कि एक दिन वह रिहा हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यासीन मलिक ने जिंदगी भर कश्मीर के लिए काम किया है। अगर उन्हें फांसी दी गई तो यह ‘भारत पर काला धब्बा’ होगा। अपने भाषण में रज़िया ने खुद को ‘कश्मीर की बेटी’ बताया।
आपको बता दें कि यासीन मलिक जहां तिहार जेल में बंद है, वहीं उसकी पत्नी और बेटी पाकिस्तान में रहती है, जहां पाकिस्तान सरकार ने उसके लिए फाइव स्टार व्यवस्था कर रखी है। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक को पिछले साल 25 मई को दिल्ली की एक अदालत ने 2017 में कश्मीर घाटी में आतंकवादी और अलगाववादी गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। एनआईए ने बाद में यासीन मलिक को मौत की सजा दिलाने के लिए ऊपरी अदालत का रुख किया है।