दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर ने टेंशन बढ़ा दी है। बुधवार दोपहर दो बजे नदी का जलस्तर 207.55 मीटर तक जा पहुंचा। इससे पहले 1978 में नदी का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था। बढ़ते जलस्तर ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।
दिल्ली में बुधवार दोपहर करीब एक बजे यमुना का जल स्तर 207.55 मीटर को छू गया। इससे पहले 6 सितंबर 1978 को जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंचा था। हथिनीकुंड बैराज से और अधिक पानी छोड़े जाने की वजह से जलस्तर में इजाफा अभी जारी है। साल के अधिकतर महीनों में बेहद कम पानी वाली नदी में इस तरह के उफान ने निचले इलाके में रहने वाले लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
यमुना बेल्ट में बनीं झुग्गियां पहले ही डूब चुकी हैं। अब खतरा यमुना के आसपास बसे कॉलोनियों की ओर बढ़ने लगा है। जैतपुर इलाके में कई स्थानों पर बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है। एक अधिकारी ने बताया, ‘खड्डा कॉलोनी, विश्वकर्मा कॉलोनी और आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।’ एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जिन बस्तियों में बाढ़ आई है, वे तटबंध के अंदर स्थित हैं। तटबंध इन बस्तियों की रक्षा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि तटबंध में अभी कहीं दरार नहीं आई है।
सांप व बिच्छू का खतरा बढ़ा
मयूर विहार सब डिवीजन के तहसीलदार विनोद कुमार सिंह ने बताया कि रात में पानी बढ़ने पर ऊंची व सूखी जगहों पर पानी भरने लगा तो सांप व बिच्छू निकलने लगे। लोगों को उनके घरों के पास जाकर समझाने की कोशिश की गई कि अब तराई इलाके में रहना उनके लिए सुरक्षित नहीं है। बाढ़ का खतरा होने के साथ-साथ सांप-बिच्छू भी लोगों की जान के लिए खतरा बन सकते हैं।
केंद्रीय जल आयोग ने आज रात तक यमुना का लेवल और बढ़ने का अनुमान लगाया है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘दिल्ली के लिए यह गुड न्यूज नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों में दिल्ली में बारिश नहीं हुई है लेकिन यमुना का स्तर लगातार बढ़ रहा है क्योंकि हथिनीकुंड बैराज, हरियाणा से लगातार रिलीज किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र से दखल देने और यह सुनिश्चित करने को कहा है जिससे यमुना का लेवल न बढ़े।
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