आखिर कहां छुपे हैं शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम? साढ़े तीन महीने बाद भी पुलिस के हाथ खाली

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और अतीक गैंग के बमबाज गुड्डू मुस्लिम का 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या के बाद से कोई पता नहीं है। शाइस्ता परवीन पर 50 हजार तो गुड्डू मुस्लिम पर पांच लाख रुपये का इनाम है। एसटीएफ और यूपी पुलिस की एक-दो नहीं, सात टीमें दोनों की तलाश कर रही हैं। साढ़े तीन महीने की कोशिशों के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।

एसटीएफ और यूपी पुलिस की टीमें इनकी तलाश में उड़ीसा, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान आदि राज्यों में खाक छान चुकी हैं। पुलिस को गुड्डू की अंतिम लोकेशन मई में उड़ीसा में मिली थी। खबर थी कि एक मीट कारोबारी ने उसे पनाह दी है। एसटीएफ उड़ीसा पहुंची लेकिन गुड्डू वहां नहीं मिला। इसके बाद से उसे ट्रेस नहीं किया जा सका। वहीं शाइस्ता की अंतिम लोकेशन प्रयागराज के धूमनगंज थाने के हटवा गांव और प्रयागराज-कौशाम्बी बार्डर के पूरामुफ़्ती में मिली थी। कई गांवों में सर्च ऑपरेशन चले। घर-घर तलाशी हुई लेकिन शाइस्ता नहीं मिली। पूछताछ में क्लू मिला कि वह दिल्ली में कई वकीलों के संपर्क में है। पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची। शाहीनबाग, ओखला में छापामारी हुई लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। प्रयागराज की सर्विलांस विंग तीन महीने तक इन दोनों के साथ उमेश पाल हत्याकांड के अन्य शूटरों की लोकेशन ट्रेस करने में ही लगी रही।

कई बार उड़ी अफवाह
अतीक के बेटे असद के एनकाउंटर और उसके एक दिन बाद 15 अप्रैल को हुई अतीक और अशरफ की हत्या के बाद शाइस्ता को लेकर कई अफवाह भी उड़ी। कभी आत्महत्या करने तो कभी विदेश भाग जाने की अफवाह रही। इस बात की भी अफवाह रही कि शाइस्ता और गुड्डू पुलिस के पास हैं, वक्त आने पर पुलिस दोनों को सामने लाएगी। यह भी कहा गया कि पति की मौत के बाद अतीक की पत्नी इद्दत पूरी कर रही। इद्दत के दौरान तीन महीने दस दिन तक मुस्लिम महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती हैं। अब उसका वक्त भी बीतने वाला है। तीन दिन पहले पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने गुड्डू की तलाश में लगी टीमों और सर्विलांस सेल के पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाई। इसमें दोनों के नेपाल में पनाह लेने का जिक्र आया। इसके बाद कमिश्नर ने एक नई टीम नए सिरे से खोज करने में लगा दी है।

उमेश की हत्या के बाद घर में थी शाइस्ता
24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या के बाद रात तक शाइस्ता परवीन घर में मौजूद थी। पुलिस ने घटना के बाद चकिया स्थित अतीक के घर पर छापामारी की थी। कहा जा रहा है कि पुलिस ने अतीक के दो नाबालिग बेटों अहजम और अबान को यहीं से पकड़ा था। शाइस्ता ने इसका विरोध किया था। फिर शाइस्ता एक बड़े पुलिस अफसर से शिकायत की बात कहकर चकिया से निकल गई। इसके बाद से उसका पता नहीं है। उमेश पाल हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में गुड्डू बम मारते हुए नजर आया था। इसके बाद उसकी फुटेज कौशाम्बी, बरेली, मेरठ से सामने आईं। फिर बेंगलुरू का सुराग मिला। अंत में उड़ीसा भागने की बात कही गई।

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