हरियाणा के कुंडली तक दौड़ेगी दिल्ली मेट्रो, बनेंगे 22 नए मेट्रो स्टेशन

प्रतीकात्मक चित्र

दिल्ली। हरियाणा से दिल्‍ली आने-जाने वालों के लिए अच्‍छी खबर है। अब दिल्‍ली मेट्रो पड़ोसी राज्‍य हरियाणा के एक और शहर में पहुंचने वाली है। इससे कुंडली और इसके आसपास रहने वाले लोगों को मेट्रो की बेहतर कनेक्टिविटी मिलने जा रही है। मेट्रो फेज चार प्रोजेक्ट की लंबाई 27.319 किलोमीटर होगी, जिस पर कुल 22 स्टेशन होंगे। नए डीपीआर को मंजूरी मिलने पर इस कॉरिडोर का निर्माण नरेला से पांच किलोमीटर आगे हरियाणा के कुंडली तक होगा।

डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल के मुताबिक, गाजियाबाद के शहीद स्थल से रिठाला के बीच बनी रेडलाइन को पहले रिठाला से आगे नरेला तक एक्सटेंड करने की प्लानिंग थी। मगर अब इस कॉरिडोर को कुंडली तक ले जाने की योजना है। अगर प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो यह दिल्ली मेट्रो का पहला कॉरिडोर बन जाएगा, जो एक तरफ यूपी और दूसरी तरफ हरियाणा से जुड़ा होगा। नई योजना के मुताबिक मेट्रो लाइन के एलाइनमेंट में जरूरी बदलाव करके डीएमआरसी एक नई डीपीआर (डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) जल्द ही केंद्र सरकार और दोनों राज्यों की सरकारों को सौंपेगी।

27 किमी तक होगा लंबा कॉरिडोर
इसमें रोहिणी सेक्टर 25, रोहिणी सेक्टर 26, रोहिणी सेक्टर 31, 32, 36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर 35, 34, बवाना इंडस्ट्रियल एरिया-एक सेक्टर 3,4, बवाना इंडस्ट्रियल एरिया-एक सेक्टर 1, 2, बवाना जेजे कॉलोनी, सनोठ, न्यू सनोठ, डीपो स्टेशन, भोरगढ़ विलेज, आनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर-5, कुंडली व नाथूपुर स्टेशन शामिल होंगे। इस कॉरिडोर को विस्तार को मंजूरी मिल जाती है, तो यह पूरा कॉरिडोर 27.319 किलोमीटर का हो जाएगा। इसमें अभी 21 स्टेशनों को मंजूरी मिली है। कुंडली स्टेशन जुड़ने से इसमें कुल 22 स्टेशन होंगे। इसमें 21 एलिवेटेड और एक ग्रेड स्टेशन होगा।

यूपी-दिल्ली और हरियाणा ऐसे जुड़ेंगे तीन राज्य
मेट्रो की रेड लाइन अभी यूपी के गाजियाबाद से शुरू होकर पूर्वी और मध्य दिल्ली की सघन रिहायश के बीच से गुजरती है। यह वही लाइन है, जिस पर मेट्रो ने पहली बार 2002 में शाहदरा से तीस हजारी के बीच मेट्रो चलाई थी। अभी यह रिठाला तक जाती है। मेट्रो नरेला तक इस लाइन का विस्तार कर रहा है। मेट्रो प्रशासन ने अब नरेला से कुंडली के पांच किमी लंबे हिस्से के लिए विस्तार करने की योजना तैयार की है। इसके लिए टॉपोग्राफिक्ल सर्वे, यातायात सर्वेक्षण, पर्यावरण प्रभाव मूल्यांकन अध्ययन तकरीबन पूरा हो गया है। रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर के लिए संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) इस महीने के अंत तक तैयार हो जाएगी। इसके बाद इसे दिल्ली, हरियाणा के साथ केंद्र सरकार को सौंपा जाएगा। अंतिम रूप देने के बाद डीपीआर को विचार और मंजूरी के लिए सरकार को भेजा जाएगा।

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