कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनावों में टीएमसी की बंपर जीत हासिल की है। तृणमूल कांग्रेस ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग को छोड़कर हर जिले में जीत हासिल की। भाजपा दूसरे स्थान पर है और सीपीआईएम-कांग्रेस गठबंधन तीसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पंचायत चुनाव में टीएमसी की जीत के लिए बंगाल के लोगों को धन्यवाद दिया है।
पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को पंचायत समिति के चुनाव हुए थे। 11 जुलाई को सुबह आठ बजे से मतगणना शुरू हुई थी, जो अब भी जारी है। मंगलवार रात 11.30 बजे तक ग्राम पंचायत की 63,229 सीटों में से टीएमसी ने 30,391 सीटें हासिल कर ली है। वहीं भाजपा सिर्फ 8,239 सीटें जीत सकती है। टीएमसी 1,767 सीटों पर आगे है तो वहीं भाजपा मात्र 447 सीटों पर आगे है। सीपीआई (एम) अबतक 2,534 सीट ही जीत सकी है और कांग्रेस मात्र 2,158 सीटें जीत पाई है। सीपीआई (एम) 237 सीटों पर आगे है जबकि, कांग्रेस 151 सीटों पर ही आगे है।
यह है पंचायत समिति की स्थिति
पंचायत समिति की 9,728 सीटों में से टीएमसी 2,612 सीट चीत चुकी है। वहीं 627 सीटों पर टीएमसी ने बढ़त बना ली है। वहीं, भाजपा अबतक 275 सीटें जीत सकी है और 149 सीटों पर आगे है। सीपीआई (एम) सिर्फ 63 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी है और 53 सीटों पर आगे है। कांग्रेस सिर्फ 50 सीटें ही अपने नाम कर पाई है और 26 सीटों पर आगे है।
जिला परिषद में भी टीएमसी आगे
ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के अलावा जिला परिषद की 928 सीटों पर भी मतदान हुए थे। मतगणना के दौरान रात 11.30 बजे तक टीएमसी 88 जिला परिषद सीटें जीत चुकी है। इसके साथ ही 163 सीटों पर पार्टी ने बढ़त बना रखी है। जबकि, सीपीआई (एम) चार, कांग्रेस दो और भाजपा 13 सीटों पर आगे है।
ममता बनर्जी ने लोगों को किया धन्यवाद
टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि ग्रामीण बंगाल में टीएमसी आगे है। मैं जनता का टीएमसी के प्रति प्यार देख अभिभूत हूं। मैं जनता के स्नहे और समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करती हूं। इस चुनाव से साफ हो गया है कि बंगाल की जनता के दिल में सिर्फ टीएमसी ही रहती है।
विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि टीएमसी ने वोट लूटा है। सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि अगर चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हुआ होता, तो टीएमसी 20,000 से अधिक पंचायत सीटें नहीं जीतती। सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि हिंसा को देखते हुए परिणाम कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हमारे केंद्रीय नेता परेशान नहीं हैं क्योंकि यह शुरू से ही स्पष्ट था कि टीएमसी जीतेगी। उन्होंने बड़े पैमाने पर आतंक फैलाया इसलिए यह लोगों के जनादेश का सच्चा प्रतिबिंब नहीं है।
शनिवार को हुई थी जमकर हिंसा
पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 11 तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे। पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से राजनीतिक हिंसा में कुल 33 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 60 प्रतिशत सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखते थे।
विभिन्न पार्टियों द्वारा मतदान में छेड़छाड़ और हिंसा के आरोप लगाए जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने सोमवार को 696 सीट के लिए दोबारा मतदान कराया जो कुल मिलाकर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। कलकत्ता उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद चुनाव और मतगणना के दिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गई । सोमवार को हुए पुनर्मतदान के दौरान शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। शनिवार को संपन्न पंचायत चुनाव में मतदान 80.71 प्रतिशत रहा।