अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया है। पत्थर लगने से कोच संख्या सी 1, सी 3 और एग्जीक्यूटिव कोच के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए। पत्थर चलने के दौरान यात्री घबरा गए। कोच के अंदर अफरा-तफरी मच गई। किसी यात्री को चोट नहीं आई है। पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
वंदे भारत ट्रेन 9 जुलाई से रोजाना गोरखपुर से लखनऊ के बीच चल रही है। 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर- 1 से पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। ट्रेन अपने तय समय सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर गोरखपुर के प्लेटफॉर्म नंबर- 2 से रवाना हुई। ट्रेन अयोध्या से जैसे ही आगे बढ़ी सोहावल और देवरा कोट के बीच 8:40 बजे से 8:45 बजे के बीच कोचों के दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे। पत्थर देख कोच के अंदर बैठे यात्री घबरा गए। स्थिति को ट्रेन के साथ चल रहे रेलवे के स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों ने संभाला। दोनों तरफ से पत्थर चलने के बाद भी ट्रेन रुकी नहीं और अपनी रफ्तार से आगे बढ़ती रही।
पथराव मामले में तीन गिरफ्तार
अयोध्या में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पिता और दो पुत्रों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि 9 जुलाई को वंदे भारत ट्रेन से रेलवे ट्रैक पर घूम ही बकरियों की कटकर मौत हुई थी। इससे आक्रोशित होकर तीनों ने वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी कर दी।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
भारतीय रेल की हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत पर पत्थरबाजी की घटना नई नहीं है। इससे पहले केरल में तिरुनवाया और तिरुर के बीच ट्रेन पर पथराव का मामला सामने आया था। इस हमले में ट्रेन के कोच के शीशे टूट गए। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में गुदुर के पास भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव हुआ था। इस मामले में रेलवे पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था। पुलिस के मुताबिक, कुछ अज्ञात बदमाशों ने सिकंदराबाद से तिरुपति की ओर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया। गुडूर रेलवे स्टेशन के पास से ट्रेन के गुजरने के दौरान हमला हुआ था।