श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन JKLF और हुर्रियत को फिर से एक्टिव करने के लिए काम कर रहे 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि ये आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने मालिकों के ऑर्डर पर मीटिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। पुलिस स्टेशन कोठीबाग में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की धारा 10, 13 और आईपीसी की धारा 121 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इन लोगों के खिलाफ पहले से ही कोठीबाग पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी एक्टिविटी करने का मामला दर्ज है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये विदेशी संस्थाओं के संपर्क में थे। इनमें से कुछ लोग JKLF के फारूक सिद्दीकी और राजा मुजफ्फर की अध्यक्षता वाले कश्मीर ग्लोबल काउंसिल जैसे अलगाववाद का प्रचार भी करते थे। उन्होंने बताया कि आज हो रही बैठक के दौरान इन आतंकियों को पकड़ा गया था। पकड़े जाने के बाद आतंकियों ने बैठक के मुद्दे को लेकर मनगढंत कहानियां बताईं। जबकि बैठक का असली एजेंडा प्रतिबंधित संगठनों को फिर एक्टिव करने की रणनीति पर चर्चा करना था।
जांच में यह भी पता चला है कि 13 जून 2023 को भी ऐसी ही बैठक हुई थी, जिसमें ज्यादातर लोग शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान मोहम्मद यासीन भट पुत्र मोहम्मद भट, मोहम्मद रफीक पहलू पुत्र मोहम्मद हसन, शम्स यू दीन रहमानी पुत्र अमीर अहमद के रूप में हुई है। इनके अलावा, जहांगीर अहमद भट पुत्र अब गनी भट, खुर्शीद आह भट्ट पुत्र मोहम्मद मोहम्मद, शब्बीर आह डार पुत्र घ नबी, सज्जाद हुसैन गुल पुत्र अब हामिद, श्रीनगर, फिरदौस आह शाह पुत्र अली मोहम्मद, पर्रे हसन फिरदौस पुत्र अब रशीद और सोहेल अहमद मीर पुत्र अब सलाम को गिरफ्तार किया गया है।