अमृतसर। 15 अगस्त 1947 में भारत आज़ाद हुआ। लेकिन देश के दो टुकड़े हो गए। भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग मुल्क बन गए। धर्म के आधार पर किए गए इस बँटवारे के कारण एक करोड़ से ज़्यादा लोगों को अपने घर, गाँव और ज़मीन से मजबूरी में बेदख़ल होना पड़ा और दूर अजनबी जगहों पर जाकर, ज़िंदगी फिर से शुरू करनी पड़ी। इसी विभाजन में दो भाई मोहम्मद सादिक खान और सिक्का खान भी अलग अलग हो गए लेकिन बीते साल 10 जनवरी को पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के दौरान दोनों मुलाकात हुई थी। इक-दूजे से मिलकर दोनों भाई खूब रोये। लेकिन अब एक भाई की मौत हो गयी है।
1947 भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के समय सिक्का खान और मोहम्मद सादिक आपस में बिछड़ गए थे। इनकी मां ने भी इसी गम में नहर में छलांग मारके खुदकुशी कर ली थी। कुछ समय बाद पिता की भी मौत हो गई। वहीं अब 2 जुलाई को पाकिस्तान में रहने वाले मोहम्मद सादिक खान की अचानक मौत हो गई। मोहम्मद सादीक खान की उम्र लगभग 87 साल थ। वह खेतों में काम के लिए गए थे, जब वापस घर पर लौटे तो उल्टी हुई जिसके बाद मोहम्मद सदीक खान की मौत हो गई।
भाई की अंतिम प्रार्थना में शामिल होने पाकिस्तान जाएंगे सिक्का खान
सिक्का खान पंजाब में बठिंडा के रामपुरा गांव फूलेवाला में रहते हैं। सिक्का अब अपने भाई की अंतिम प्रार्थना में शामिल होने के लिए अगले सप्ताह पाकिस्तान जाएंगे। सिक्का खान इस वक्त दिल्ली में पाकिस्तान वीजा लेने के लिए गए हुए हैं। सिक्का आंसू पोंछते हुए कहते हैं, “मैं भगवान का आभारी हूं कि उन्होंने हमें इस जीवन में दोबारा मिलने दिया। मुझे उम्मीद है कि अगले जन्म में भी हम भाई बनेंगे।”
ऐसे हुई थी दोनों भाईओं के मुलाकात
पाकिस्तान के सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर नासिर ढिल्लों के प्रयासों से दोनों भाइयों की मुलाकात हुई थी। सिक्का को अपने भाई-बहन से मिलने के लिए पाकिस्तानी दूतावास से वीज़ा मिला था। जिसके बाद जनवरी 2022 में दोनों भाई करतारपुर कॉरिडोर पर मिले। सिक्का ने कभी शादी नहीं की जबकि सादिक के तीन बेटे और दो बेटियां थीं। कम उम्र में अलग हो जाने के कारण, सिक्का को अपने माता-पिता की कोई याद नहीं है।
गुरुद्वारा दरबार साहिब से शुरू हुआ दोबारा मुलाकातों का सिलसिला
गुरुद्वारा दरबार साहिब में उनकी एक घंटे की मुलाकात के बाद, दोनों भाई क्रमशः पाकिस्तान और भारत में एक-दूसरे से मिले। सिक्का पिछले साल मार्च में पाकिस्तान गए थे और कुछ समय के लिए अपने भाई के साथ रहे थे। सादिक खान भी सिक्का के साथ रहने के लिए जून में भारत आए थे।