पेशाब कांड: शिवराज सिंह ने की पीड़ित से मुलाकात, कुर्सी दी, थाली में धोए पैर, बोले- मेरा मन दुखी

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पेशाब कांड पीड़ित दशमत रावत को सीएम हाउस में बुलाकर माफी मांगी। शिवराज ने दशमत के पैर धोये, तिलक लगाया, फूल माला पहनाई और चरण रज को सिर से लगाया। शॉल ओढ़ाकर शिवराज ने उसका सम्मान किया। उन्होंने कहा, “इस घटना से दुखी हूं। मैं आपसे माफी मांगता हूं। आप जैसे लोग मेरे लिए भगवान जैसे हैं।”

एमपी के सीएम के बुलावे पर दशमत रावत उनके आवास पर पहुंचे। इस दौरान सीएम ने दशमत के पैर पखारे। दशमत को उन्होंने शॉल भी ओढ़ाई और तिलक भी लगाया। इस दौरान शिवराज ने दशमत से माफी भी मांगी। अपने आवास पर मुलाकात के दौरान शिवराज ने दशमत से उनकी परेशानियों के बारे में भी पूछा। शिवराज ने राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया। साथ ही सीएम ने दशमत को सुदामा भी कहा। शिवराज ने कहा कि दशमत अब मेरे दोस्त हैं।

पीड़ित दशमत रावत ने दी प्रतिक्रिया
शिवराज सिंह से मुलाकात के बाद दशमत रावत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। दशमत ने कहा, ‘सीएम मेरे पास आए मुझे बहुत अच्छा लगा। सीएम ने मेरे परिवार से फोन पर बातचीत की, ये काफी अच्छा लगा। सीएम से मुलाकात के बाद मैं घर जाऊंगा।’

इस मामले के आरोपी प्रवेश शुक्ला को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। प्रवेश शुक्ला का एक वीडियो सामने आया था। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मुलाकात पर कहा कि आरोपी ने पीड़ित पर पेशाब किया और इसके कांड के बाद आरोपी पर कार्रवाई हुई है। उसे पकड़ा गया है। उसपर बुलडोजर कार्रवाई हुई है। यह एक पहलू है। सीएम ने पीड़ित से मुलाकात की है और यह इसका दूसरा और मानवीय पहलू है।

बता दें कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक वीडियो सामने आया था। इसमें एक युवक दूसरे युवक पर पेशाब करता नजर आया था। कहा जा रहा था कि आरोपी विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला है। लेकिन बाद में प्रवेश शुक्ला को लेकर विधायक केदार शुक्ला ने कहा था कि आरोपी उनका प्रतिनिधि नहीं है। इस वीडियो के सामने आने के बाद हंगामा मच गया था। राज्य सरकार ने इस वीडियो को लेकर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की है। आरोपी पर एनएसए लगाया गया है। इसके अलावा आरोपी के घर पर बुलडोजर कार्रवाई भी की गई है। आरोपी रीवा को जेल में रखा गया है। आरोपी के खिलाफ धारा 294, 506 भारतीय दंड विधान 71 एससी एसटी एक्ट के तहत साथ ही एनएसए की कार्रवाई भी की जा रही है।

इस मामले में कांग्रेस पार्टी लगातार मध्य प्रदेश की सरकार पर हमलावर थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बेहद ही गंभीर कांड पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इस घटना ने मध्य प्रदेश में भाजपा नेता के अमानवीय अपराध ने आदिवासियों और दलितों के प्रति भगवा पार्टी की नफरत का असली चरित्र सामने ला दिया है। लेकिन अब शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित आदिवासी को सम्मानित कर विपक्ष को जवाब दिया है। सीएम शिवराज के इस कदम को डैमेज कंट्रोल के तौर पर भी देखा जा रहा है।

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