लखनऊ। बसपा के प्रदेश कार्यालय पर लगी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, बसपा संस्थापक कांशीराम व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की तीनों प्रतिमाएं हटा दी गई हैं। यह प्रतिमाएं इसी से सटे मायावती के आवास में शिफ्ट की गई हैं।
बसपा पदाधिकारियों का कहना है कि पार्टी कार्यालय पर जब बैठक होती है तभी लोग आते हैं जबकि आवास पर दिनभर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की आवाजाही लगी रहती है। इसलिए प्रतिमाओं को वहां लगाया गया है। बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यालय पर पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि सभी को लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुट जाना है।
उन्होंने कहा कि यूपी के करोड़ों लोगों के जीवन में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न, बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं है। इन कमियों से लोगों का ध्यान बांटने के लिए भाजपा की सरकारें जातिवादी, सांप्रदायिक व धार्मिक विवादों को जानबूझकर पूरी छूट दे रही है। इससे देश की प्रगति प्रभावित हो रही है।