गोरखपुर। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर मंदिर परिसर में योगाभ्यास किया। इस मौके पर उन्होंने जनता को संदेश दिया कि योग से ही काया निरोग रहती है। योग जीवन जीने की कला का नाम है। योग से जीवन की दिश और दशा तय की जा सकती है।
सीएम योगी 9वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में योगाभ्यास करने के पूर्व योग साधकों, प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और वैश्विक मंच पर योग की पुनर्प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी के प्रति आभार जताया। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में इस बात के लिए लोगों को नई प्रेरणा दी कि वास्तव में अगर विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करना है तो तो केवल और केवल योग से हम इसको आगे बढ़ा सकते हैं। विश्व शांति का मार्ग आगे बढ़ाने में योग माध्यम बन सकता है।
सीएम योगी ने कहा कि भारत ऐसे ही विश्व गुरु नहीं हुआ। यहां जो कुछ भी है वह व्यवहारिक है, पहले से प्रमाणित है। और, योग भी उसी परंपरा का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारों वर्षों की भारतीय मनीषा की परंपरा योग हम सबकी विरासत का हिस्सा है। हमें योग की विरासत पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। हजारों वर्षों से जिस योग को हम अपने जीवन का हिस्सा मानते रहे हैं, वह आज वैश्विक मंच पर छाता हुआ पूरी दुनिया को अपनी और आकर्षित करता हुआ दिखाई दे रहा है।
भारत की ऋषि परंपरा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर हम सभी के सामने है, दुनिया के सामने है। हमें यह अवसर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कारण प्राप्त हुआ है, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में लोगों को नई प्रेरणा दी है कि विश्व कल्याण का मार्ग केवल और केवल ‘योग’ से प्राप्त कर सकते हैं।
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