नोएडा में देश की पहली पॉड टैक्सी योजना को मिली मंजूरी

नोएडा। उत्तर प्रदेश वासियों के लिए खुशखबरी आ रही है। यूपी के ग्रेटर नोएडा में पॉड टैक्सी चलाने की योजना को मंजूरी मिल गई है। यह दुनिया का सबसे बड़ा पॉड टैक्सी रुट होगा। जिसकी 14.6 किलोमीटर का ट्रैक होगा।

सरकार पॉड टैक्सी परियोजना में कुल 641.53 करोड़ रुपये खर्च करेगी। पूरे कॉरीडोर के बीच में 12 स्टेशन बनाए जाएंगे और पॉड टैक्सी 40 किलोमीटिर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। सरकार ने इस परियोजना को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। देश की पहली पॉड टैक्सी (Pod taxi project) में यात्रियों को एक्सप्रेस और पैसेंजर सेवा मिलेगी। पॉड टैक्सी स्टेशन दो मंजिल के होंगे जिसमें निचे पैंसेजर पॉड टैक्सी के लिए स्टेशन और ऊपर एक्सप्रेस पॉड टैक्सी के लिए स्टेशन होंगे। एक्सप्रेस पॉड टैक्सी बिना रुके स्टेशन के ऊपर से निकल जाएंगी जबकि वहीं पैसेंजर पॉड टैक्सी निचली मंजिल में बने सभी स्टेशन पर रुकेंगी।

पॉड टैक्सी से 20 मिनट में तय कर सकेंगे दूरी
पॉड टैक्सी की डीपीआर के मुताबिक 14.6 किलीमीटर में 12 स्टेशन होंगे। जानकारी के अनुसार पॉड टैक्सी को यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टरों में पहुंचाया जाएगा। पॉड टैक्सी यीडा के 21, 28, 29, 32, 33 सेक्टर से होते हुए नोएडा एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक चलेंगी। पहले चरण में 101 पॉड टैक्सी चलाने की योजना है। सभी पॉड टैक्सी ड्राइवर के बिना ही चलेंगी। पॉड टैक्सी में यात्रा करके लोग एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक की दूरी को सिर्फ 20 मिनट में ही तय कर पाएंगे। एक पॉड टैक्सी में लगभग 10 लोग एक बार में यात्रा कर सकेंगे।

पॉड टैक्सी का भारत में किराया
इस सेवा को शुरू करने के लिए यमुना प्राधिकरण काम कर रहा है। अगर इसके किराये की बात करें कि इसमें यात्रा करने के लिए कितना खर्च आएगा तो एक अनुमान के मुताबिक यात्रियों से 8 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से चार्ज किया जाएगा। हालांकि अगल अलग स्टेशनों के बीच शुल्क अलग अलग होगा, लेकिन बेस रेट 8 रुपये प्रति किलोमीटिर हो सकता है। एयर पॉड टैक्सी से एक दिन में करीब 30 हजार लोग यात्रा कर सकेंगे।

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