‘पूरा थाना ही भ्रष्ट’, कागज पर लिखकर युवक ने किया सुसाइड, 3 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहीमाबाद थाना इलाके में रहने वाले एक प्रतियोगी छात्र रविवार दोपहर में खुदकुशी कर ली। उसका शव कमरे में पंखे के कुंडे से लटका मिला। युवक के शव के पास सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने रहीमाबाद थाने के तीन पुलिसकर्मियों का जिक्र किया थ। पुलिस कमिश्नर ने तीनों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।

माल के गहदों निवासी प्रतियोगी छात्र आशीष कुमार (22) ने रविवार दोपहर करीब 12 बजे खुदकुशी कर ली। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि रहीमाबाद थाना भ्रष्ट है..। मुझ पर झूठा केस दर्ज किया…। फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल व सिपाही मोहित शर्मा ने 50 हजार रुपये मांगे..। नहीं दिए तो चार्जशीट लगा दी। वहीं इस मामले में एसीपी मलिहाबाद ने बताया कि निष्पक्ष जांच के लिए तीनों पुलिसकर्मियों का तबादला पुलिस लाइन कर दिया गया है। अगर तीनों पुलिसकर्मी जांच में दोषी पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं,आशीष की मां सुशीला ने थाने में तहरीर देकर दरोगा राजमणि पाल व लल्लन प्रसाद पाल और सिपाही मोहित शर्मा के साथ ही बकतौरीपुर निवासी नंदू विश्वकर्मा व श्यामलाल के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। एसीपी वीरेंद्र विक्रम ने बताया कि सुशीला की तहरीर पर जांच की जा रही है।

क्या था वो मामला
सुशीला के मुताबिक 8 दिसंबर 2018 को आशीष पिता महादेव के साथ नंदू विश्वकर्मा की दुकान पर ट्रॉली खरीदने गया था। वहां पर किसी बात पर नंदू से कहासुनी हो गई। इस पर नंदू के मजदूरों ने आशीष को सिर पर सरिया से वार कर घायल कर दिया था। पिता महादेव ने नंदू व उसके मजदूरों पर माल थाने में केस दर्ज कराया था। इस मुकदमे में समझौते के लिए नंदू लगातार आशीष व उसके पिता पर दबाव बना रहा था।

सुशीला का आरोप है कि समझौता नहीं करने पर नंदू ने शिवपुरी निवासी अपने मित्र श्यामलाल से रहीमाबाद थाने में 28 सितंबर 2022 को एक तहरीर दिलाई। इसमें श्यामलाल ने बताया कि वह महादेव के घर में स्थित मौरंग व गिट्टी की दुकान में सामान खरीदने गया था। वहां खरीदारी के दौरान आशीष व उसके भाई मयंक ने मारपीट की। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। तब दरोगा राजमणि पाल ने दुकान व घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद मामले को रफादफा करने की बात कही थी।

अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए पैसे नहीं देने पर धमकाने लगे-सुशीला का आरोप है कि दरोगा राजमणि पाल, लल्लन प्रसाद पाल व सिपाही मोहित शर्मा ने आशीष व मयंक पर दर्ज केस में अंतिम रिपोर्ट लगाने की बात कही। इसके लिए तीनों ने 50 हजार रुपये की मांग की। कहा कि, रुपये दे दो मुकदमे को खत्म कर दूंगा। रुपये देने से इनकार करने पर धमकी देने लगे। इसके बाद दूसरे पक्ष से मिलकर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। चार्जशीट से नौकरी मिलने में दिक्कत होगी, इसको लेकर डिप्रेशन में चला गया आशीष– मां सुशीला के मुताबिक केस में चार्जशीट लगने के बाद आशीष डिप्रेशन में चला गया। उसे हर वक्त यही चिंता सताती रहती कि इसकी वजह से उसे सरकारी नौकरी मिलने में दिक्कत होगी। वह अक्सर कमरे में गुमसुम बैठा रहता या रोता रहता था।

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