‘छोड़िए 400, दिखाएं सिर्फ 4 सबूत’, गाजियाबाद धर्मांतरण के मुंब्रा कनेक्शन पर बोले एनसीपी विधायक

गाजियाबाद/मुंबई। ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण के मामले में मुंबई से ठाणे जिले के मुंब्रा से विधायक और एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि चार सौ की बजाए सिर्फ चार धर्मांतरण भी यूपी या ठाणे पुलिस साबित कर दिखाती है तो वे राजनीति छोड़ देंगे। इसके अलावा इस दावे के विरोध में जितेंद्र आव्हाड ने 1 जुलाई को मुंब्रा बंद करने की भी चेतावनी दी है।

जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर लिखा कि उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बताते हैं कि हिंदू और जैन धर्म के 400 लोगों को बहला-फुसलाकर मुसलमान बनाया गया है और इस्लामी प्रथाओं का पालन करने के लिए मजबूर किया गया है। जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि इस तरह की बेबुनियाद बातें उड़ा कर शहर को बदनाम किया जा रहा है। मुंब्रा और कौसा शहर किसी भी और हर धर्म के लोगों को सबसे सुरक्षित जीवन प्रदान करते हैं और इस तरह के ढीले-ढाले बयान देना प्रतिगामी और राजनीति से प्रेरित है। मुंब्रा के समुदाय द्वारा इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और मैं उत्तर प्रदेश की सरकार से दृढ़ता से आग्रह करता हूं कि वह इस्लामिक समुदाय के प्रति सांप्रदायिक नफरत को भड़काने के लिए ऐसी टिप्पणी करने से परहेज करे। महाराष्ट्र में चुनाव जीतने के लिए घटिया राजनीति की जा रही है। महाराष्ट्र पुलिस को मुंब्रा के समर्थन में आना चाहिए।

जितेंद्र आव्हाड ने नाराजगी के स्वर में कहा कि कोई भी बेअक्कल वाला अधिकारी कुछ भी बोल रहा है, उसके बयान का खंडन ठाणे पुलिस की ओर से किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र का चुनाव जीतने के लिए ये लोग और कितना नीचे गिरने वाले हैं? महाराष्ट्र के डीजीपी और ठाणे के पुलिस कमिश्नर ये कहें कि यह आरोप झूठे हैं वरना 1 जुलाई को मुंब्रा बंद रहेगा। मुंब्रा में सभी धर्म और जाति के लोग शांति से रहते आए हैं। उन्हें बदनाम न करें वरना हम सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे।

गाजियाबाद पुलिस ने नहीं किया था ऐसा कोई दावा
दरअसल गाजियाबाद पुलिस के DCP निपुण अग्रवाल ने दो दिन पहले मीडिया को बताया था, ‘मुझे एक कॉल आई। कॉलर ने बताया कि गाजियाबाद की तरह महाराष्ट्र के मुम्ब्रा इलाके में 300-400 लोगों का धर्मांतरण हुआ है। इस कॉलर ने पुलिस को धर्मांतरण से जुड़े कुछ फोटो, वीडियो, ऑडियो और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए हैं। सूचना कितनी सही है, इसको वैरीफाई कराया जाएगा।’ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गाजियाबाद पुलिस ने अपने बयान में 300-400 लोगों के धर्मांतरण का दावा नहीं किया था। सिर्फ कॉलर द्वारा दी गई सूचना के बारे में बताया था।

क्या है गाजियाबाद से जुड़े बच्चों के धर्मांतरण केस का मुंब्रा कनेक्शन?
गाजियाबाद में मोबाइल के गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों के धर्मांतरण किए जाने की चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। इस मामले में पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुका है। उससे पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी मुंबई के शाहनवाज बद्दो का नाम आया है।मुंबई तक उसकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार पुलिस की दबिश जारी है। शाहनवाज बद्दो के लगातार अपने ठिकाने बदलने की भी बात सामने आ रही है। वह अपने करीबियों से केवल इंटरनेट कॉलिंग के जरिए संपर्क कर रहा है। बद्दो के शातिराना अंदाज और चालाकी का इसी से पता चलता है कि इंटरनेट कॉल करने के बाद वह तुरंत अपने फोन को बंद कर देता है। ऑनलाइन अपना लोकेशन बदल देता है। इस कारण उस तक पहुंच पाने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पा रही है। हालांकि, जांच एजेंसी और पुलिस ने उसके परिजनों और बद्दो के करीबियों पर निगरानी रखी हुई है। लगातार पूछताछ चल रही है। इस कारण बद्दो पर दबाव बढ़ रहा है। इसलिए उसके पकड़े जाने के दावे भी हो रहे हैं। हालांकि, पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए वह सरेंडर करने की भी फिराक में है।

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