मुझे बुलाया ही क्यों था…. नए कैंपस के उद्घाटन के दौरान लगे मोदी-मोदी के नारों से केजरीवाल हुए परेशान

दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने गुरुवार को पूर्वी दिल्ली में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIPU) के नए कैंपस का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद जब केजरीवाल ने समारोह में भाषण देना शुरू किया तो वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ता मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। केजरीवाल नारों से इस कदर परेशान हुए कि उन्होंने कहा कि मुझे बुलाया ही क्यों था, जब कोई सुनना ही नहीं चाहता।

दिल्ली के सीएम ने शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार के कामकाज का जिक्र शुरू किया तो अचानक ‘मोदी-मोदी’ का नारा लगने लगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि काश अगर इन नारों से दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था अच्छी हो पाती तो 70 साल में हो जाती। मेरी आप लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है, इस पार्टी वालों से भी और इस पार्टी वालों से भी, दोनों पार्टी वालों से निवदेन है मेरी पांच मिनट बात सुन लो। ना पसंद आए तो बाद में नारे लगा लेना। एक बार बार बोल तो..।’ कुछ ही देर बाद दोबारा नारेबाजी होने लगी तो केजरीवाल ने कहा, ‘यदि आप इजाजत दें तो 5 मिनट बोल लेता हूं, मेरी बात अच्छी ना लगे तो छोड़ जाना।’

एलजी के सामने भी नारेबाजी
अंत में जब एलजी वीके सक्सेना ने भाषण दिया तो उन्हें भी बाधित किया गया। एलजी के सामने ‘भ्रष्टाचार का एक ही काल, केजरीवाल-केजरीवाल’ के नारे लगाए गए। एलजी को बीच में अपना भाषण कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। नारेबाजी बंद होने पर एलजी ने दोबारा अपना भाषण शुरू करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि यहां शिक्षा की कमी है, इसलिए ऐसा हो रहा है। हम शिक्षा के मंदिर में है और इसकी पवित्रता को बरकरार रखना चाहिए।’ एलजी सक्सेना ने उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कहा कि 2014 में तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने इसकी नींव रखी थी। एलजी ने यह भी कहा कि 378 करोड़ की लागत से यह बहुत शानदार कैंप बना है। इसमें 41 करोड़ रुपये दिल्ली सरकार ने दिया है। बाकी यूनिवर्सिटी ने अपनी जेब से खर्च किया। मैंने इस बात का जिक्र इस लिए किया कि बाकी यूनिवर्सिटी को भी इससे सिखना चाहिए।

बता दें पूर्वी दिल्ली में बने कैंपस के उद्घाटन के मौके पर राजनीतिक हंगामे की आशंका पहले से थी। यही वजह है कि पूरे कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। कैंप के बाहर और अंदर अर्द्ध सैनिक बल की भी तैनाती की गई। ऑडिटोरियम में भी पुलिस के जवान तैनात थे।

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