बालासोर। ओडिशा में हुए भयानक हादसे के बाद पीड़ितों को सहायता राशि दी जा रही है। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और जल्द से जल्द राहत राशि पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन अब एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ओडिशा में एक महिला ने मुआवजे के लिए दावा किया कि उसके पति की भी रेल हादसे में मौत हो गई।
ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना ने भी सोमवार को कहा था कि शवों को परिजनों के हवाले करने से पहले पूरी तहकीकात करने के निर्देश दिए गए हैं। अब पता चला है कि ऐसा क्यों करना पड़ रहा है। रविवार को 40 वर्षीय एक महिला बालासोर आई। उसने खुद को कटक की रहने वाली गीतांजलि दत्ता बताया। वह बालासोर के अस्थायी शव गृह पहुंची। वहां पुलिस के लोग अपने परिजनों का शव लेने आए पीड़ित परिवारों के दस्तावेजों की छानबीन कर रहे थे। तभी पुलिस को उस महिला की गतिविधियों पर संदेह हुआ।
‘एक फोटो उठाकर दावा किया कि यह उसका पति था’
ओडिशा पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर बिकास कुमार पाली ने टीओआई से कहा, ‘मुझे उसके इरादे पर शक हुआ, क्योंकि वह बहुत ही असामान्य रूप से शांत दिख रही थी। उसने कुछ अज्ञात शवों की तस्वीरें देखी। उसने एक तस्वीर उठा लिया और दावा किया कि यह उसका पति था।’
पुलिस को पता चला कि उसका पति जिंदा है
पाली को संदेह तो पहले ही हो चुका था। उन्होंने बताया कि ‘हमने बारम्बा थाने में संपर्क किया, जिस इलाके में वो रहती है। एक घंटे के अंदर पुलिस का जवाब आया कि उसका पति जिंदा है। जब हमने उसे फटकार लगाई तो वह भागने लगी। उसका इरादा मुआवजा लेने का था।’ इस घटना के बाद सरकार भी सतर्क हो गई है। मुख्य सचिव ने रेलवे और ओडिसा पुलिस से कहा है कि ऐसे फर्जी दावेदारों के खिलाफ कार्रवाई करें, जो मुआवजे के लिए फर्जीवाड़े कर सकते हैं।
किसको कितनी राशि मिलेगी?
बता दें कि जिसने भी इस भीषण रेल हादसे में जान गंवाई है, उनके परिवार को 10 लाख रुपये देने की बात कही गई है, वहीं ज्यादा जख्मी हुए हैं तो 2 लाख रुपये और हल्की चोट वालों को 50 हजार रुपये का प्रावधान है।
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