लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नमन का नाम, 1 घंटे में मारी 6170 किक

गाजियाबाद। ताइक्वांडो खिलाड़ी नमन भारद्वाज ने एक घंटे में 6170 फुल कॉन्टेक्ट किक मारकर अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकाडर्स में दर्ज कराया है। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड ने साल-2023 की किताब में इस रिकॉर्ड को जगह देते हुए नमन को मेडल और प्रशस्ति पत्र भेजा है।

21 वर्षीय नमन भारद्वाज गाजियाबाद में वसुंधरा सेक्टर-6 स्थित श्रीकृष्णा अपार्टमेंट के रहने वाले हैं। नमन के पिता मोहनलाल शर्मा एम्स दिल्ली में टेक्निकल ऑफिसर हैं और मां रेखा शर्मा गृहणी हैं। नमन ने हाल ही में गाजियाबाद के संतोष मेडिकल कॉलेज से BSC की पढ़ाई पूरी की है। नमन ने बताया कि वसुंधरा सेक्टर-दो स्थित ताइक्वाडों एकडेमी से वह प्रशिक्षण ले रहे हैं। वर्ष 2020 से इसकी तैयारी कर रहे हैं। शुरुआती समय में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज करने के लिए आवेदन किया था। मगर वहां से मना कर दिया गया।

इसके बाद लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड के लिए 2021 में आवेदन किया। इस दौरान वर्ष 2021 में एक घंटे में गैजेटेट ऑफिसर और एक डॉक्टर की निगरानी में एक घंटे में 6170 किक मारकर लिम्का बुका को भेज दिया था। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अभी तक एक घंटे में 4500 किक मारने का रिकॉर्ड था। उन्होंने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक घंटे में 6170 किक मारी हैं।

गुरुओं ने रिकॉर्ड बनाने के लिए किया था तैयार
अपनी इस सफलता के पीछे नमन मुख्य किरदार अपने गुरु प्रेम सिंह बिष्ट और प्रेम सिंह नेगी को मानते हैं। नमन कहते हैं, ‘इन्हीं दोनों ने मुझे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए तैयार किया। इस रिकॉर्ड को बनाने में मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी। मेरे घर के पास एक 650 वर्गमीटर का पार्क है। मैं हर रोज इसके 20 चक्कर लगाता था। इसके बाद शाम को ताइक्वांडो एकेडमी में प्रेक्टिस करता था।’

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