नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को 2000 रुपये के नोट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। आरबीआई ने दो हजार के नोर्ट को चलन से बाहर करने ऐलान कर दिया है। हालाँकि यह कोई नोटबंदी नहीं है, नोटों पर कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की गई है। इसीलिए आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
तकरीबन साढ़े छह साल पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने दो हजार रुपये के नोट जारी किए थे। अब इन्हें सर्कुलेशन यानी चलन से वापस लेने का फैसला किया गया है। हालांकि, इन्हें गैर-कानूनी करार नहीं दिया गया है, बल्कि इन्हें बैंकों में जाकर बदलवाने की एक मियाद दी गई है। आम लोगों से जुड़े इस बड़े फैसले से जुड़े हर सवाल का जवाब यहां जानिए…
क्या 2000 रुपये के नोट से अब कोई खरीदारी नहीं हो पाएगी?
आप बिल्कुल 2000 रुपये के नोट से अभी भी खरीदारी कर सकते हैं, जैसे पहले करते थे। ये समझना जरूरी है कि नोट पर कोई बैन नहीं लगा दिया गया है। ये आज भी लीगल टैंडर है। RBI ने साफ कहा है कि दो हजार रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे यानी ये पूरी तरह से कानूनी ही कहलाएंगे।
अगर आपको दो हजार रुपये के नोट बदलवाना है तो क्या करें?
आप अपने बैंक खाते में इन नोटों को जमा करा सकते हैं। या फिर इन्हें दूसरे नोटों से बदलवा सकते हैं। आप मंगलवार 23 मई 2023 से बैंक जाकर नोट बदलवा सकते हैं। 30 सितंबर 2023 तक यह प्रक्रिया चलेगी। इसके लिए बैंकों को अलग दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। नोट बदलवाने का काम आप किसी भी बैंक में जाकर कर सकते हैं। RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालय भी हैं। इनमें जहां-जहां इश्यू डिपार्टमेंट हैं, वहां जाकर भी नोट बदलने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
क्या नोट बदलने के लिए बैंक को कोई पैसा देना पड़ेगा?
पैसे बदलने के लिए आपसे कोई भी शुल्क नहीं वसूल सकता है। ये एकदम फ्री है, आप सीधे बैंक जाएं और नियमों के मुताबिक अपने पैसे एक्सचेंज करवा सकते हैं।
30 सितंबर के बाद 2000 रुपये के नोट का क्या होगा?
अभी के लिए RBI का तर्क ये है कि चार महीने के भीतर ज्यादातर 2000 रुपये के नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे। इसे लेकर आगे और भी विस्तृत गाइडलाइन जारी की जा सकती है।
यह फैसला लेने की बड़ी वजह क्या है?
नोटबंदी के बाद दो हजार रुपये के नोट लाए गए थे। जब दूसरे मूल्य के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए, तब दो हजार रुपये को चलन में लाने का उद्देश्य भी पूरा हो गया। लिहाजा, 2018 में दो हजार रुपये के नोटों की छपाई भी बंद कर दी गई। RBI के मुताबिक, दो हजार रुपये के नोट आमतौर पर लेनदेन में बहुत ज्यादा इस्तेमाल में भी नहीं आ रहे। इसके अलावा, अन्य मूल्य के नोट भी आम जनता के लिए चलन में पर्याप्त रूप से मौजूद हैं। लिहाजा, आरबीआई की क्लीन नोट पॉलिसी के तहत यह फैसला लिया गया है कि दो हजार रुपये के नोटों को चलन से हटा लिया जाए।