हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ में सोमवार सुबह भारतीय वायुसेना का मिग-21 फाइटर जेट क्रैश हुआ। वायुसेना के सूरतगढ़ स्टेशन से विमान ने उड़ान भरी थी। इस हादसे में पायलट तो सुरक्षित बच गए लेकिन 4 ग्रामीणों की मौत हो गई। हादसे की सूचना के बाद वायुसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो चुका है। एक हेलीकॉप्टर से बचाव राहत दल मौके पर पहुंच चुका है।
विमान ने सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा भरी थी। कुछ देर बाद उसका संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया। इसके बाद जेट बहलोल नगर इलाके में स्थित एक घर में जा गिरा। इसकी चपेट में आने से 4 ग्रामीण की मौत की खबर सामने आई है। एयरफोर्स ने बयान जारी कर बताया, वायुसेना के MiG-21 ने आज सुबह नियमित प्रशिक्षण उड़ान भरी थी। तभी यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया, दोनों पायलट खुद को सुरक्षित निकालने में सफल रहे। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। वायुसेना की ओर से हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच गठित कर दी है।
1960 में बेड़े में शामिल हुआ था MiG 21
भारतीय वायुसेना के बेड़े में मिग-21 विमान 1960 के दशक की शुरुआत में शामिल हुए थे और 2022 तक मिग-21 विमान से करीब 200 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले साल मार्च में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में बताया था कि पिछले पांच वर्षों में तीन सेवाओं के विमान और हेलिकॉप्टरों की दुर्घटनाओं में 42 रक्षा कर्मियों की मौत हुई है। पिछले पांच सालों में कुल 45 हवाई दुर्घटनाएं हुईं, इनमें से 29 में भारतीय वायुसेना के प्लेटफॉर्म शामिल थे।
बेड़े से हटाए जा रहे MiG-21
MiG-21 क्रैश की हाल की घटनाओं को देखते हुए एयरफोर्स ने इसे अपने बेड़े से हटा रही है। एयरफोर्स ने पिछले साल 30 सितंबर तक मिग 21 बाइसन की एक स्क्वाड्रन को हटा दिया था। मिग 21 की बाकी तीन स्क्वाड्रन को चरणबद्ध तरीके से 2025 तक बाहर करने की योजना है।