युद्ध की भारी कीमत चुका रहा रूस, दिसंबर से अबतक मारे गए 20 हजार सैनिक

पुतिन

वाशिंगटन। यूक्रेन में रूस के हमले लगातार एक साल से जारी हैं। रूस पर तमाम तरह की पाबंदियों और नकेल कसने के बावजूद पुतिन की सेना यूक्रेन में तबाही मचाने से बाज नहीं आ रही। लेकिन इस तबाही में केवल यूक्रेन का नुकसान नहीं हो रहा, बल्कि रूस के सैनिकों की जानें भी जा रही हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने संवाददाताओं से कहा, “हमारा अनुमान है कि कार्रवाई में मारे गए 20,000 सहित रूस के एक लाख से अधिक सैनिक हताहत हुए हैं।” किर्बी ने कहा, “बड़े पैमाने पर बखमुत के माध्यम से डोनबास में आक्रामक रूप से रूस का प्रयास विफल हो गया है … रूस वास्तव में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण किसी भी क्षेत्र को जब्त करने में असमर्थ रहा है।”

किर्बी ने हाल ही में अवर्गीकृत अमेरिकी खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि मारे गए लोगों में से आधे सैनिक निजी सैन्य कंपनी वैगनर द्वारा भर्ती किए गए थे। उन्होंने वैगनर के नेता येवगेनी प्रिगोझिन के हालिया दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि उनके समूह के केवल 94 सदस्य हताहत हुए हैं। किर्बी ने प्रिगोझिन की टिप्पणियों को ‘सिर्फ एक हास्यास्पद दावा’ कहा।

एक लाख रूसी सैनिक घायल!
यूक्रेन के अधिकारियों की मानें तो रूस, युद्ध का प्रयोग ज्‍यादा से ज्‍यादा रूसी सैनिकों को मारने और अपने भंडार को कम करने के लिए कर रहे हैं। हालांकि, यूक्रेन अब केवल शहर के एक छोटे से हिस्से को नियंत्रित करता है। किर्बी ने कहा, ‘बड़े पैमाने पर बखमुत के जरिए डोनबास में आक्रामक रूप से रूस का प्रयास असफल रहा है। रूस किसी भी वास्तविक रणनीतिक और महत्वपूर्ण क्षेत्र पर कब्‍जा करने में असमर्थ रहा है।’ उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि कार्रवाई में 20,000 लड़ाकों के साथ रूस के करीब एक लाख 100,000 से ज्‍यादा सैनिक घायल हुए हैं।

रूस की टिप्‍पणी का इंतजार
अमेरिकी आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर की शुरुआत से ही बखमुत में रूस को नुकसान हुआ है। किर्बी ने कहा कि महीनों की लड़ाई और असाधारण नुकसान के बाद रूस के हमले की कोशिशें असफल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास अभी घायल यूक्रेनी सैनिकों की संख्‍या का कोई अनुमान नहीं है। उनकी मानें तो यूक्रेन पीड़‍ित है और रूस लगातार आक्रामक होता जा रहा है। अमेरिका की तरफ से आए इन आंकड़ों पर रूस की तरफ से कोई भी टिप्‍पणी अभी तक नहीं आई है।

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