जामिया हिंसा मामले में 15 छात्रों पर कार्रवाई, 3 निष्कासित

दिल्ली। दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय ने अपने 15 छात्रों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया है। इन सभी पर पिछले साल यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा में शामिल होने का आरोप है। पिछले साल सितंबर के महीने में यहां छात्रों के दो ग्रुपों के बीच हिंसा हुई थी जिसमें एक छात्र को गोली भी लगी थी।

जामिया के रजिस्ट्रार नाजिम हुसैन अल जाफरी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली जामिया मिलिया इस्लामिया ने 15 छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इसमें 3 छात्रों को निष्कासित कर दिया है। इन छात्रों के पिछले साल हुई हिंसा में शामिल होने पर कार्रवाई की गई है। विश्वविद्यालय की समिति की ओर से सभी छात्रों को एक उदाहरण देते हुए इस तरह की कार्रवाई की है। किसी भी तरह की अनुशासनहीनता को बर्दाश नहीं किया जाएगा। जिन छात्रों को निष्कासित किया गया है उनमें मुजबीर रहमान (बीए, पॉलिटिकल साइंस के छात्र), सलमान खुर्शीद (बीए प्रोग्राम) और मोहम्मद फैजल (एमए)शामिल हैं। इन सभी को यूनिवर्सिटी का माहौल खराब करने और छात्रों को लड़ाई में शामिल होने के लिए उकसाने का आरोप है।

पिछले साल सितंबर के महीने में कैंपस के बाहर कई छात्रों में आपसी झड़प हुई थी। इस दौरान एक छात्र को गोली मार दी गई थी। घटना के अगले ही दिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने कई छात्रों पर शांति भंग के आरोप में कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया था। मामले में अनुशासनात्मक कमेटी ने जांच की। कमेटी ने इस हिंसा को काफी गंभीरता से लिया था।

जिसके बाद छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। सुहैल नसरुल्ला अंसारी, मोहम्मद शादाब चौधरी, साहिल और नजीम खान को अपना कोर्स पूरा करने की अनुमति दी गई है लेकिन कोर्स खत्म करने के बाद इन सभी को पांच साल तक कैंपस में नहीं घुसने के लिए कहा गया है। इन सभी को कोई हॉस्टल भी नहीं मिलेगा।

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