‘द केरल स्टोरी’ को लेकर भड़के शशि थरूर, कहा- ये आपके केरल की कहानी हमारे यहां की नहीं

नई दिल्ली। द केरल स्टोरी फिल्म को लेकर घमासान मचा हुआ है। रिलीज होने से पहले ही सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित यह फिल्म विवादों से घिर गई है। इस बीच इस विवाद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी कूद पड़े हैं। उन्होंने ट्विटर के जरिए इस फिल्म पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आलोचना की है।

तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने फिल्म का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा है कि यह आपके केरल की कहानी हो सकती है, लेकिन यह हमारे केरल की कहानी नहीं है। इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी फिल्म की आलोचना की थी। उन्होंने इस फिल्म को संघ परिवार का प्रोपेगेंडा बताया था। विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि यह फिल्म केरल को बदनाम करने और राज्य को सांप्रदायिक रूप से बांटने के लिए बनाई गई है। उन्होंने लिखा कि फिल्म के ट्रेलर से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म ने संघ परिवार के प्रोपेगेंडा को अपनाया है, जो केरल जैसी धर्मनिरपेक्ष भूमि को आतंकवादियों के गढ़ के रूप में स्थापित करता है।

विजयन ने कहा कि फिल्म का केंद्रीय विषय लव जिहाद एक साजिश है, जिसे जांच एजेंसियों, अदालत और यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रोपेगेंडा फिल्मों का उपयोग करने का एक कारण यह है कि परिवार के राजनीतिक डिजाइन केरल में काम नहीं करते हैं, जैसा कि देश के अन्य हिस्सों में होता है। यही कारण है कि वे झूठी कहानियों के माध्यम से केरल में विभाजनकारी नीतियों के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस ने फिल्म ने प्रदर्शन पर रोक लगाने की अपील की
राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और विपक्षी दल कांग्रेस ने विवादास्पद फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ पर निशाना साधते हुए कहा था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार समाज में जहर उगलने का लाइसेंस नहीं है और यह फिल्म राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट करने का एक प्रयास है। कांग्रेस ने सरकार से विवादास्पद फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया क्योंकि इसका उद्देश्य ‘झूठे दावों के माध्यम से समाज में सांप्रदायिक विभाजन’ पैदा करना है।

फिल्म पर क्यों मचा है विवाद
सुदीप्तो सेन द्वारा लिखित और निर्देशित फिल्म में लव जिहाद के मुद्दे को उठाया गया है। फिल्म में दिखाया गया है कि लगभग 32,000 महिलाएं केरल से लापता हो गईं। फिल्म में दावा किया गया है कि इन महिलाओं का धर्मांतरण किया गया और उन्हें कट्टरपंथी बनाया गया, जिसके बाद उन्हें भारत और दुनिया के अन्य देशों में आतंकी मिशनों में तैनात किया गया। यह फिल्म पांच मई को सिनेमाघरों में रिलीज होनी है। हालांकि, इस पर पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी ने भी इस पर हमला बोला था।

Exit mobile version