गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद लोनी में चेयरमैन पद समाजवादी पार्टी प्रत्याशी हसीना इदरीसी ने अपना नाम वापस ले लिया है। वहीं चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने भी पहले से रालोद प्रत्याशी को समर्थन दिया हुआ है। इसके बाद अब भाजपा-रालोद में यहां सीधी टक्कर हो गई है।
निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन का दावा है लेकिन नगर पालिका परिषद लोनी में समाजवादी पार्टी और रालोद के प्रत्याशी आमने-सामने आ गए। रालोद से रंजीता धामा और सपा से उम्मेद पहलवान की पत्नी हसीना इदरीसी ने नामांकन कर दिया। जबकि यह सीट ही सपा-रालोद के बीच सीटों के बंटवारे में रालोद के खाते में दी गई थी। लेकिन गुरूवार को सपा प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया। सपा प्रत्याशी के नामांकन पत्र वापस लेने के बाद रंजीता धामा ने कहा कि मैं सपा और आजाद समाज पार्टी का धन्यवाद अदा करती हूं कि उन्होंने मुझे समर्थन दिया। इस बार लोनी में मेरी एतिहासिक जीत होने वाली है।
बता दें रंजीता धामा लोनी कस्बे की निवर्तमान चेयरमैन भी हैं। बीते साल रंजीता धामा और उनके पति मनोज धामा ने भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ज्वाइन की थी। रंजीता धामा ने विधानसभा चुनाव 2022 में लोनी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर को टिकट देने को लेकर खिलाफत कर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
चुनाव से कुछ दिन पहले रंजीता धामा ने फेसबुक लाइव के दौरान भारतीय जनता के लोनी सीट से प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह की धमकी दी थी। उनका आरोप था कि लोनी से वर्तमान विधायक और भाजपा प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर उनका नामांकन रद्द करवाने की कोशिश में हैं, अगर ऐसा हुआ तो वे मुख्यमंत्री आवास के बाहर परिवार समेत आत्मदाह कर लेंगीं।
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