अतीक-अशरफ की हत्‍या पर सियासत तेज, अखिलेश-मायावती-ओवैसी के बाद प्रियंका गांधी ने सीएम योगी को घेरा

प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। दोनों को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास तीन हमलावरों ने पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में पीछे से गोली मारी। इस घटना के बाद सियासी बयान भी आने लगे हैं।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि हमारे देश का क़ानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए। किसी भी सियासी मक़सद से क़ानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। जो भी ऐसा करता है, या ऐसे करने वालों को संरक्षण देता है, उसे भी ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उस पर भी सख्ती से क़ानून लागू होना चाहिए। देश में न्याय व्यवस्था और कानून के राज का इकबाल बुलंद हो, यही हम सबकी कोशिश होनी चाहिए।

योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दें
ओवैसी ने कहा कि शनिवार का मर्डर केस योगी आदित्यनाथ सरकार की नाकामी है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। यूपी में ही उनकी कार पर भी उसी अंदाज में हमला किया गया था। इस कांड पर सुप्रीम कोर्ट को खुद संज्ञान लेना चाहिए। एक ऐसी टीम का गठन होना चाहिए जिसमें यूपी का कोई भी अधिकारी उस टीम का हिस्सा ना हो। इसके साथ ही इस केस से जुड़े सभी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर देना चाहिए। जो कुछ हो रहा है वो देश और यूपी के लिए अच्छा नहीं है।

ओवैसी ने कहा कि अतीक और उसके भाई को न्यायिक या पुलिस कस्टडी में मार डाला गया। वो केस में सजायाफ्ता था, पूछताछ के लिए ले जाया जा रहा था। जो लोग इस देश की ताकत पर फर्क किया करते थे वे कमजोर महसूस कर रहे हैं। जो भी कल हुआ वो नृशंस हत्या है। जिन लोगों ने हत्याकांड को अंजाम दिया वो प्रोफेशनल हैं, उन्हें पता है कि कैसे गोली चलानी है। अब यह जानने की जरूरत है कि बीजेपी की इसमें कितनी और किस तरह की भूमिका है। आज बहुसंख्यक समाज में तेजी से कट्टरता बढ़ रही है हत्याकांड में शामिल लोगों को भले ही यूपी सरकार से किसी तरह का संबंध नहीं हो वो सवाल उठा रहे हैं। क्या वे कट्टर नहीं हैं।

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या? इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) चीफ और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है। उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में पूछा है कि उत्तर प्रदेश का एनकाउंटर प्रदेश बन जाता कितना उचित है? इसके अलावा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर संज्ञान लेने की अपील की है। मायावती ने लिखा, ”गुजरात जेल से अतीक अहमद और बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकांड की तरह ही है। यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था और उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।”

वह आगे लिखती हैं, ”देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिंतनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका एनकाउंटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात है।”

आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार रात कॉल्विन अस्पताल परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेडिकल जांच के लिए पुलिस दोनों भाइयों को लेकर रात करीब दस बजे कॉल्विन अस्पताल पहुंची थी जहां गेट पर मीडियाकर्मी बने तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद पुराने शहर में अफरातफरी के हालात बन गए। चकिया में तोड़फोड़ और गाड़ियों पर पथराव शुरू हो गया। देर रात पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। जिसे देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है।

हमले के बाद पुलिस तुरंत अतीक-अशरफ को अस्पताल के अंदर ले गई लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सनसनीखेज हत्याकांड की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके नाम शनि, अरुण और लवलेश है। इनसे पूछताछ जारी है। घटनास्थल पर मीडिया का एक कैमरा, पिस्टल और एक बाइक पड़ी मिली है। वहीं इस घटना की खबर फैलते ही पुराने शहर ने अफरातफरी मच गई और दुकानें व बाजार बंद हो गए।

अतीक-अशरफ हत्याकांड की न्यायिक जांच होगी, प्रदेश में हाई अलर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठित करने का निर्देश दिया है। पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट करते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

Exit mobile version