लखनऊ। सरकारी अस्पताल में मरीजों को बाहर से दवा खरीदने के लिए पर्चा लिखने को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि बाहर से दवा खरीदने के लिए पर्चा लिखने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
निरीक्षण पर आए उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने रविवार को सर्किट हाउस के सभागार में विकास कार्यों और सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने स्वास्थ्य, यातायात, गड्ढामुक्त सड़क, बिजली और पेयजल की परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता रामशंकर यादव बिना किसी सूचना बैठक में अनुपस्थित रहे। इस पर डिप्टी सीएम ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने एसई यादव के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया है।
समीक्षा बैठक से पहले उप मुख्यमंत्री को सरकारी अस्पतालों में बाहर से दवा खरीदने के लिए विवश करने की शिकायतें मिली थीं। इस पर उप मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशु पांडेय को दवाओं के पर्चों की निगरानी करने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को हर तीसरे दिन इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए भी कहा है।
बृजेश पाठक ने यूपीपीसीएल, यूपीसिडको, यूपीआरएनएन कार्यदायी संस्थाओं की ओर से कराए जा रहे 50 लाख रुपये से अधिक लागत वाले निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने डीएम को निर्देशित किया कि जितनी भी कार्यदायी संस्थाएं हैं, उनके साथ बैठक कर निर्माण कार्यों में बजट या अन्य कोई समस्याएं आ रही है, उनकी जानकारी लेकर अवगत करायें। उन्होंने कहा कि बजट के अभाव में कोई भी निर्माण कार्य प्रभावित नहीं होना चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने बेगम बाजार, बक्शी बांध, टोंस नदी, सूबेदारगंज सहित आदि स्थानों पर ओवरब्रिज निर्माण की बाधाओं को दूर कर कार्य में तेजी लाने और 50 लाख से अधिक बजट वाली परियोजनाओं में आ रही अड़चनें दूर करने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिया। इसके अलावा बिजली विभाग को जर्जर तार बदलने का निर्देश दिया। बैठक में सांसद केसरी देवी पटेल, विधायक पीयूष रंजन निषाद, गुरू प्रसाद मौर्या, हर्षवर्धन बाजपेयी, विधान परिषद सदस्य सुरेंद्र चौधरी, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।