गुजरात के ठग ने खुद को बताया PMO का अधिकारी, कश्मीर में मिली जेड प्लस

किरण पटेल

श्रीनगर। एक ठग ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताकर जम्मू-कश्मीर प्रशासन से जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा ले ली। उसे बुलेलप्रुफ गाड़ी की यात्रा और फाइव स्टार होटल की सुविधा भी दी गई। गुरुवार को एक स्थानीय अदालत ने किरण पटेल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

गुजरात से मूल रूप से ताल्लुक रखने वाले किरण भाई पटेल नाम के इस कॉनमैन (ठग) ने जम्मू और कश्मीर प्रशासन को धोखे में रख उसके सुरक्षा ढांचे और सुविधाओं का आनंद उठाया। हालांकि, जब 10 दिन पहले उसकी गिरफ्तारी हुई और पूरे मामले का भंडाफोड़ हुआ तो पूरा प्रशासनिक अमला सन्न रह गया। वैसे, उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने गोपनीय मसला ही रखा। गुरुवार (16 मार्च, 2023) को जब उसे मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेजा तब उसके अरेस्ट होने की बात निकलकर सामने आई। फिलहाल यह साफ नहीं है कि उसके खिलाफ एफआईआर गिरफ्तारी के दिन दर्ज हुई थी या फिर उसमें किसी प्रकार की देरी हुई।

रिपोर्ट्स में बताया गया कि पटेल ने खुद को पीएमओ में स्ट्रैटेजी और कैंपेन्स का एडिश्नल डायरेक्टर बताया था। माइक्रो ब्लॉगिंग मंच टि्वटर पर उसका वेरिफाइड अकाउंट भी है और वहां उसके हजारों फॉलोअर्स भी हैं। पटेल ने टि्वटर पर कुछ वीडियो भी शेयर किए थे, जिन्हें उसने अपनी “ऑफीशियल विजिट” करार दिया था और इन क्लिप्स में वह पैरामिलिट्री के गार्ड्स के इर्द-गिर्द नजर आया था।

पटेल के टि्वटर बायो में इस बात का दावा किया गया कि उसके पास वर्जीनिया की कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी से पीएचडी और आईआईएम त्रिची से एमबीए की डिग्रियां हैं। साथ ही वह कंप्यूटर साइंस में एमटेक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में बीई होल्डर है। उसने खुद को इसके अलावा विचारक, रणनीतिकार, विश्लेषक और कैंपेन मैनेजर बताया था। यह कॉनमैन सबसे पहले फरवरी में घाटी पहुंचा था। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया कि उसने वहां के अफसरों के साथ बैठकें की थीं, जिनमें उसने गुजरात से वहां पर पर्यटन लाने की बात कही थी।

इस मामले पर दी हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार प्रारंभिक पुलिस जांच से संकेत मिले हैं कि किरण पटेल ने खुद को भारत के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में फर्जी तरीके से पेश किया।” मार्च के पहले सप्ताह में श्रीनगर के निशात पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने किरण को गिरफ्तार किया था।

कैसे खुली पोल, पुलिस पर भी गिरेगी गाज
दो सप्ताह के भीतर दूसरी बार श्रीनगर दौरे पर पहुंचे पटेल अधिकारियों के संदेह के घेरे में आ गए। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों ने कहा कि एक जिला मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात आईएएस अधिकारी ने पिछले महीने एक “वरिष्ठ पीएमओ अधिकारी” की यात्रा के बारे में पुलिस को सूचित किया। खुफिया एजेंसियों ने पुलिस को पीएमओ के एक अधिकारी के रूप में एक ठग के बारे में सतर्क किया। बैकग्राउंड की जांच के बाद, पुलिस को श्रीनगर के एक होटल से उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया। सूत्रों का कहना है कि दो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी ड्यूटी में नाकामी के लिए कार्रवाई होगी।

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