नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बयान पर संसद में हंगामा मचा हुआ है। कैंब्रिज विश्वविद्यालय में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि संसद में विपक्ष के माइक बंद कर दिए जाते हैं। राहुल गांधी के बयान की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निंदा की। राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी से सदन में माफी की मांग की।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के बयान पर कहा कि सभी को निंदा करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “इसी सदन के सदस्य राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया। मैं मांग करता हूं कि उनके बयानों की इस सदन के सभी सदस्यों द्वारा निंदा की जानी चाहिए और उन्हें सदन के सामने माफी मांगने के लिए कहा जाना चाहिए।” केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी राहुल गांधी के बयान को लेकर उनपर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “एक प्रमुख विपक्षी नेता विदेश जाते हैं और भारतीय लोकतंत्र पर हमला करते हैं। उन्होंने भारत और संसद के लोगों का अपमान किया है। भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है और सांसद संसद में बोल सकते हैं। राहुल गांधी को संसद में माफी मांगनी चाहिए। हम मांग करते हैं कि राहुल गांधी संसद आएं और देश की जनता और सदन से माफी मांगें।”
वहीं राहुल गांधी के बयान को लेकर गिरिराज सिंह ने कहा कि उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। गिरिराज सिंह ने कहा, “लंदन में राहुल गांधी ने कहा कि सांसदों को संसद में बोलने नहीं दिया जाता। यह लोकसभा का अपमान है। इस बयान पर सदन के स्पीकर को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। हमारे लोकतंत्र का अपमान करने के लिए उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”
वहीं हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मनमाने तरीके से देश चला रहे हैं। उन्होंने कहा, “मोदी राज में लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग हम कर रहे हैं। नेता सदन के बयान की निंदा करता हूं।”
आखिर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में ऐसा क्या कहा था, आइए जानें…
भारत का लोकतंत्र खतरे में
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सरकार और एजेंसियों को लेकर निशाना साधा था। राहुल ने कहा था कि भारत में सभी स्वतंत्र एजेंसियों पर कब्जा हो गया है और इसी के चलते देश में लोकतंत्र खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि भारत में विपक्ष के साथ लोगों की आवाज दबाई जा रही है।
संसद, न्यायपालिका और चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने अपने भाषण में यह भी कहा था कि भारत में विभिन्न स्वतंत्र संस्थान भी खतरे में हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभिन्न संस्थानों पर कब्जा हो चुका है, जिससे लोकतंत्र प्रभावित हो रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि चाहे संसद, न्यायालय, प्रेस या चुनाव आयोग हो, सभी पर किसी न किसी प्रकार से नियंत्रण किया जा चुका है।
RSS को बताया कट्टरपंथी संगठन
राहुल ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र को खतरा आरएसएस नामक संगठन से है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एक ऐसा संगठन है जिसने अपनी कट्टरपंथी और फासीवादी सोच को आगे बढ़ाने के लिए भारत की संस्थानों पर कब्जा कर रखा है।
विपक्षी नेताओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहा हमला
राहुल ने लंदन में कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है और उनपर हमले किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और इसलिए उनको गलत मामलों में फंसाकर जेल में डाला जा रहा है। राहुल ने ईडी-सीबीआई के छापों का मुद्दा भी उठाया था।
फोन की पेगासस से जासूसी
कांग्रेस नेता ने लंदन में यह भी कहा कि उनके फोन में सरकार ने पेगासस जैसा सॉफ्टवेयर डालकर जासूसी करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी खुद खुफिया विभाग के अधिकारियों ने उन्हें दी।