भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने भारतीय क्रिकेट में एक नया दौरा शुरू किया। विकेटकीपर बल्लेबाज ने भारतीय टीम को वह दौर दिखाया, जिसमें भारत ने कुल तीन आईसीसी टूर्नामेंट्स में जीत हासिल की। धोनी ने दिसंबर, 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया और उन्होंने भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक बनकर अपना क्रिकेट करियर को अलविदा किया। हालांकि, धोनी से कुछ महीने पहले विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भी अपना डेब्यू किया, लेकिन धोनी के करियर के आगे उनका क्रिकेट करियर फीका पड़ गया।
दिनेश कार्तिक ने आरसीबी के लिए एक वीडियो में खुलकर धोनी के साथ प्रतिस्पर्धा पर बात की। उन्होंने कहा “मैंने उनसे पहले डेब्यू किया था। हम भारत ए दौरे पर एक साथ गए थे और वहां से मुझे भारतीय टीम में चुना गया था। यह पहली बार था जब मैंने उनके साथ कोई मैच खेला था। मैंने इतना अच्छा किया कि मुझे भारतीय टीम के लिए चुन लिया। इसके बाद वे एक दौरे पर गए। वनडे टूर्नामेंट में उन्होंने तूफानी बल्लेबाजी की और उनकी लोकप्रियता इस कदर बढ़ गई कि उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल हो गया था।”
उन्होंने आगे कहा “लोगों ने कहा कि उनके जैसा कोई नहीं है। वह एक विशेष खिलाड़ी हैं। जाहिर तौर पर मैं भारतीय टीम में आया था, लेकिन तब तक धोनी की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि आपको उन्हें चुनना पड़ा। इसके बाद उन्होंने सभी प्रारूपों में मेरी जगह ले ली और उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। दिन के अंत में, यह अवसर लेने के बारे में है।”
कार्तिक ने आगे बताया “मैं लगातार दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनने की राह पर था। धोनी वहां थे या नहीं थे, मेरा ध्यान उस पर नहीं था। वह अपने लिए बहुत अच्छा कर रहे थे। मुझे पता था कि वह सभी टीम में जगह बना चुके थे और उन्होंने कोई गलती नहीं की। उन्हें उपरी क्रम में बल्लेबाजी का मौका मिला और उन्होंने वनडे में शतक बनाया। इसके बाद वह टेस्ट क्रिकेट में गए और 85 रन बनाए। उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। सबसे खास बात यह है कि वह रातों-रात एक ब्रांड बन गए। लोग उनके पीछे थे। वह शुरू से ही बड़े खिलाड़ी थे। मैं सीखता् रहा लेकिन मैं हमेशा अवसरों की तलाश में रहता था।”
कार्तिक ने सभी प्रारूपों में भारत के लिए 180 मैच खेले। आईपीएल 2022 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए शानदार बल्लेबाजी कर उन्होंने भारत की टी20 टीम में जगह बनाई। उन्होंने 183 के स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए। एक फिनिशर के रूप में लोकप्रियता बटोरते हुए कार्तिक ने टी20 विश्व कप भी खेला, लेकिन भारत को जीत नहीं दिला पाए।