जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर के निकटवर्ती डांगियावास के बावरला गांव में शुक्रवार की शाम को गांव में एक वृद्ध ने पहले पत्नी का सिर फोड़कर हत्या की और फिर खुद फांसी के फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। जान देने के पहले वृद्ध ने दीवार पर लिखा कि जो भी मकान बेचेगा या खरीदेगा उसका सत्यानाश हो जाएगा, इसलिए यह मकान केवल गौशाला को ही दें।
थानाधिकारी मनोज परिहार ने बताया कि बावरला गांव में रहने वाले 70 वर्षीय दीपाराम दमामी ने अपनी पत्नी सुकमादेवी (65) के सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी, इसके बाद उसने फांसी लगा ली। घटना करीब पांच बजे की है। वृद्ध ने आत्महत्या के पहले दीवार पर अपना मकान गौशाला को देने की बात लिखी है। वहीं, आत्महत्या के पहले उसने पड़ोसी को फोन कर कहा था कि पुलिस को बुला लो। पड़ोसी को कुछ शक हुआ तो वह वृद्ध के घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया। इस पर वृद्ध ने पड़ोसी को 20 मिनट बाद आने के लिए कहा।
करीब आधे घंटे बाद जब पड़ोसी फिर उसके घर गए तो दरवाजा नहीं खुला। बहुत देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कोई आवाज नहीं आई तो उन्होंने अंदर झांककर देखा। अंदर वृद्ध फंदे पर लटका था। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। दरवाजा तोड़कर खाट पर घायल पड़ी वृद्धा को अस्पताल भिजवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, वृद्ध दीपाराम की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मामला जांच में लिया है। शनिवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद सही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
गौशाला खोलना चाहता था वृद्ध
पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की तो पता चला कि वृद्ध गायों के लिए दान करता रहता था। कई बार उसने पड़ोसियों से भी कहा कि वह गौशाला खोलेगा और गायों की सेवा करेगा। हालांकि उसकी यह योजना सफल नहीं हो सकी। इसलिए उसने पूरा मकान व संपत्ति गौशाला के लिए दान करने की बात दीवार पर लिखी है।
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