भारतीय महिला टीम पर भड़कीं पूर्व कप्तान, फिटनेस पर उठाए सवाल

आयरलैंड के खिलाफ मैच की तस्वीर

महिला टी20 वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से एक निराशाजनक हार झेलनी पड़ी। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों जीत की स्थिति में होने के बावजूद पांच रन की हार ने भारतीय महिला टीम को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन्हीं सबके बीच टीम की एक पूर्व कप्तान ने बुरी तरह भड़ास निकाली है और टीम की फिटनेस पर ही सवाल उठा दिए हैं। उनका मानना है कि, अंडर 19 टीम सीनियर्स से बेहतर और फिट है।

डायना एडुल्जी ने कहा, ‘मैं दक्षिण अफ्रीका में टी20 विश्व कप में भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन से बहुत निराश हूं। हाल ही में जूनियर टीम द्वारा अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद भारत के पास एक और विश्व खिताब जीतने का शानदार मौका था। दुर्भाग्य से, सीनियर टीम अपने मैचों के दौरान मजबूत दावेदार नहीं दिखी।’ डायना एडुल्जी ने कहा, ‘हम भाग्यशाली थे कि आयरलैंड के खिलाफ मैच भारत डकवर्थ लुईस प्रणाली से 5 रन से जीत गया। अन्यथा, हम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाते। हमने आत्मसमर्पण नहीं किया जैसा कि हमने 2020 विश्व कप में किया था। हमने लड़ने की कोशिश की लेकिन पूरे टूर्नामेंट के दौरान गलतियों के कारण हमें फाइनल में जगह नहीं मिली। पहले फील्डिंग और फिर गेंदबाजी।’

खराब फील्डिंग और रनिंग बिटविन द विकेट के कारण हारे
डायना इडुल्जी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘फिटनेस का खराब स्तर टीम की साधारण फील्डिंग और विकेटों के बीच दौड़ के लिए जिम्मेदार है।’ अगले साल सितंबर में एक और टी20 विश्व कप होना है। डायना एडुल्जी चाहती हैं कि बीसीसीआई राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) से तदर्थ आधार पर कर्मियों को लेने के बजाय महिला टीम में स्थायी सहायक स्टाफ नियुक्त करे।

डायना एडुल्जी ने मौजूदा टीम के फिटनेस स्तर की आलोचना करते हुए कहा कि अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम फिट दिख रही है। उन्होंने कहा, ‘मैंने U-19 टीम को सीनियर्स की तुलना में अधिक फिट पाया। उन्होंने फाइनल में चोक नहीं किया। 2017 से 2023 तक (सीनियर टीम के लिए) वही पुरानी कहानी है।’

महिलाओं के लिए भी हो यो-यो टेस्ट
डायना ने कहा, ‘बीसीसीआई को खिलाड़ियों की फिटनेस का उचित आकलन करना चाहिए। मैं जानती हूं कि महिलाओं के लिए यो-यो टेस्ट थोड़ा कठिन होता है। 15 में से 12 खिलाड़ी उस परीक्षा में फेल हो जाएंगी, लेकिन स्वीकार्य फिटनेस मानकों के लिए आपके पास उनके लिए एक अलग मानदंड है। अभी इस मोर्चे पर कोई जवाबदेही नहीं है।’ डायना एडुल्जी ने कहा, ‘उन्हें (भारतीय महिला टीम को) शीर्ष पर पहुंचाने के लिए डंडे की जरूरत है। (BCCI को चाबुक चलाने की जरूरत है)। आपको बीसीसीआई से सब कुछ मिल रहा है जिसमें समान सैलरी भी शामिल है। हर बार जब आप एक जीतने वाला मैच हारते हैं।’

डायना ने कहा, ‘…तो यह एक आदत (हारने की) बन गई है। बीसीसीआई को कड़े फैसले लेने होंगे और खिलाड़ियों की मांगों के आगे नहीं झुकना होगा। भविष्य के लिए एक उचित रणनीति बनाएं। हम इस स्टार कल्चर को खत्म करने की जरूरत है। इस तरह काम नहीं चलेगा।’ डायना एडुल्जी ने कहा, ‘दो सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना प्रदर्शन नहीं कर रही हैं। स्मृति ने भले ही दो अर्द्धशतक लगाए हों, लेकिन वे फिफ्टीज महत्वहीन थीं। उसे जिम्मेदारी लेनी होगी। यह 20 ओवर का खेल है। अगर हम सातवें और आठवें नंबर के बल्लेबाज से प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’

जवाबदेही से भाग नहीं सकती शैफाली वर्मा
डायना ने कहा, ‘हमारे पास टीम में चार बल्लेबाज हैं, जो सभी विश्व स्तरीय हैं। अब समय आ गया है कि हम शैफाली को आईना दिखाएं। वह युवा है, लेकिन सिर्फ इसलिए कि वह एक किशोरी है इसका मतलब यह नहीं है कि खराब बल्लेबाजी करने के बाद वह जवाबदेही से बच सकती है। वह पिछले चार साल से सीनियर टीम में खेल रही है। शैफाली ने अभी अपना विकेट फेंका है।’

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